अमिताभ बच्चन ने 'काळकी 2898 एडी' के प्रोड्यूसर के प्रति सम्मान जताया
अमिताभ बच्चन ने 'काळकी 2898 एडी' के प्री-रिलीज इवेंट में बिखेरी चमक
मुंबई में हाल ही में आयोजित 'काळकी 2898 एडी' फिल्म के प्री-रिलीज इवेंट ने दर्शकों का ध्यान आकर्षित कर लिया, जब बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने अपनी उपस्थिति से सबका मन मोह लिया। उनके अचानक इवेंट पर आने से हर कोई चौंक गया। इवेंट की खास विशेषता यह थी कि बच्चन साहब ने फिल्म के निर्माता अश्विनी दत्त के प्रति अपने सम्मान को व्यक्त करते हुए उनके पैर छू लिए, जो सभी को भावुक कर गया।
इवेंट में उपस्थित सितारों में दीपिका पादुकोण, कमल हासन और प्रभास ने भी मंच साझा किया। निर्माताओं और अभिनेताओं की इस साझा यात्रा ने इस इवेंट को और भी खास बना दिया।
बच्चन ने जताया अश्विनी दत्त के प्रति विशेष सम्मान
अमिताभ बच्चन ने अश्विनी दत्त की सराहना की और उन्हें 'सबसे सरल और विनम्र मानव' बताया। बच्चन साहब ने उनके आदान-प्रदान की प्रशंसा करते हुए बताया कि अश्विनी सदा दूसरों के आराम और हित का पहले खयाल रखते हैं।
अमिताभ बच्चन इवेंट के दौरान अपने किरदार अश्वत्थामा के बारे में भी बात करते नजर आए। ध्यान देने योग्य यह है कि बच्चन साहब को 'काळकी 2898 एडी' फिल्म का पहला टिकट दिया गया था, जो एक महत्वपूर्ण सम्मान है।
विज्ञान-कथा पर आधारित 'काळकी 2898 एडी'
इस बहुप्रतीक्षित फिल्म का निर्देशन नाग अश्विन ने किया है। 'काळकी 2898 एडी' एक विज्ञान-कथा पर आधारित फिल्म है जो 27 जून को देशभर में विभिन्न भाषाओं में रिलीज होगी। फिल्म की प्रभावशाली कथा और उत्कृष्ट अभिनय की संभावना ने इसे पहले से ही चर्चाओं में ला दिया है।
फिल्म को लेकर दर्शकों के बीच उत्साह का माहौल बना हुआ है और इस प्री-रिलीज इवेंट ने उसे और भी बढ़ा दिया। बच्चन साहब के अनपेक्षित और अभिभूत करने वाले इशारे ने इस इवेंट को एक यादगार बना दिया।
अश्विनी दत्त की विशेषता
फिल्म निर्माता अश्विनी दत्त पहले भी उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए चर्चित रहे हैं। अमिताभ बच्चन का उनके प्रति दर्शाया गया सम्मान इस बात का प्रमाण है कि फिल्म उद्योग के महानायक भी उनके सहज व्यक्तित्व और काम के प्रति समर्पण से प्रभावित हैं।
अश्विनी दत्त का सिनेमा में योगदान अद्वितीय है। उनकी सोच और दृष्टिकोण फिल्मों को नए आयाम देते हैं, और इसका जीवंत उदा...
इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने इस घटना का मर्म समझा और उसकी सराहना की। अमिताभ बच्चन के इस भावुक इशारे ने साबित कर दिया कि वह न केवल बड़े पर्दे पर बल्कि वास्तविक जीवन में भी एक महानायक हैं।
फिल्म 'काळकी 2898 एडी' की उम्मीदें
इस इवेंट के बाद फिल्म को लेकर दर्शकों की उम्मीदें और बढ़ गई हैं। फिल्म की शानदार कास्ट, जिसमें अमिताभ बच्चन, दीपिका पादुकोण, कमल हासन और प्रभास जैसे सितारे शामिल हैं, ने दर्शकों के दिलों में इस फिल्म को लेकर खास जगह बनाई है।
फिल्म का निर्देशन नाग अश्विन ने किया है, जो अपने अनोखे दृष्टिकोण और कहानी की उत्कृष्टता के लिए जाने जाते हैं। 'काळकी 2898 एडी' एक विज्ञान-कथा पर आधारित फिल्म है, जो एक अनोखी कल्पना और अद्वितीय स्टोरीलाइन के माध्यम से दर्शकों के सामने आएगी।
फिल्म की कहानी और उसका प्लॉट दर्शकों को न केवल मनोरंजन प्रदान करेगा बल्कि उनमें सोचने और कल्पना करने की नई दृष्टिकोण भी देगा।
अमिताभ बच्चन के इस इवेंट में उपस्थित होने से न केवल प्रशंसकों की उत्सुकता बढ़ी है बल्कि यह एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह सिनेमा के प्रति समर्पित और प्रेरणास्रोत हैं।
Sumeer Sodhi
जून 21, 2024 AT 17:35ये सब नाटक क्यों? एक आदमी के पैर छूने से क्या बदल जाता है? अगर अश्विनी दत्त इतने अच्छे हैं तो उन्हें फिल्म बनाने दो, न कि इतना नाटक करें। बच्चन साहब की ये चाल अब बहुत पुरानी हो गई है।
Vinay Dahiya
जून 22, 2024 AT 10:37क्या आपने देखा? अश्विनी दत्त ने भी बच्चन के पैर छूने के बाद एक बार आंखें बंद कीं... ये तो रिहर्सल हुआ है, ये सब नियोजित है... फिल्म का ट्रेलर अभी आया नहीं, लेकिन प्रमोशन तो शुरू हो चुका है... और दीपिका ने भी बहुत जल्दी से मुस्कान छिपाई... ये सब ब्रांडिंग है, बस।
Sai Teja Pathivada
जून 23, 2024 AT 23:51मैंने तो सोचा था कि बच्चन साहब ने अश्विनी के पैर छूए तो वो भावुक हो गए... लेकिन अब लग रहा है कि ये सब कुछ एक ट्रेलर का हिस्सा है! अगर आपने फिल्म के पोस्टर में देखा है तो वहां एक बच्चा भी बच्चन के पैर छू रहा है... ये तो अगले फिल्म के लिए फोरकास्ट है... 😳
Antara Anandita
जून 25, 2024 AT 00:46अश्विनी दत्त ने 'काल्की' जैसी फिल्म बनाई है जिसमें विज्ञान और दर्शन दोनों का मिश्रण है। उनकी पहली फिल्म 'रामायण 2077' भी इसी तरह की थी। उनकी फिल्में हमेशा तकनीकी दृष्टि से अद्वितीय होती हैं।
Gaurav Singh
जून 26, 2024 AT 09:25क्या ये नया ट्रेंड है अब? बड़े अभिनेता प्रोड्यूसर के पैर छूने लगे? अगर ऐसा है तो अगली बार राजीव गांधी के पैर छू लेंगे शायद... बस एक बात बताओ ये सब असली है या बस प्रचार का एक हिस्सा
Priyanshu Patel
जून 27, 2024 AT 15:16ये दृश्य देखकर मेरी आंखों में आंसू आ गए 😭 बच्चन साहब ने जो किया वो कोई नाटक नहीं... वो एक असली इंसान का एक असली इशारा है... ये दुनिया को सिखाने के लिए बहुत जरूरी है... धन्यवाद अश्विनी दत्त... आप एक असली नेता हैं 🙏
ashish bhilawekar
जून 29, 2024 AT 13:11ये तो बस जबरदस्ती बात है भाई! बच्चन साहब ने जो किया वो तो बस एक बार देखो और फिर दिल में बैठ जाएगा... ये इंसानियत का एक ऐसा ताज है जिसे कोई नहीं खरीद सकता... अश्विनी दत्त को एक बार जीत लेना चाहिए था ना बस अब वो जीत चुके हैं... बाकी फिल्म तो बस फॉर्मलिटी है 😎
Vishnu Nair
जून 30, 2024 AT 14:53अगर हम इस घटना को सामाजिक संरचना के बारे में एक साइबर-एंथ्रोपोलॉजिकल विश्लेषण के रूप में देखें तो ये एक डायनेमिक रिलेशनशिप मॉडल है जहां ऑथोरिटी स्ट्रक्चर के बीच एक नए फॉर्म ऑफ़ रिस्पेक्ट जन्म रहा है... बच्चन साहब का ये एक्ट न केवल एक व्यक्तिगत अभिव्यक्ति है बल्कि एक कल्चरल रिकॉन्फिगरेशन का संकेत है जो फिल्म उद्योग में शक्ति के बंटवारे को चुनौती दे रहा है... और अगर हम इसे नेटवर्क थ्योरी से देखें तो ये एक नोडल पॉइंट है जो अन्य अभिनेताओं के बीच एक नए ब्रेन वैल्यू सिस्टम को ट्रिगर कर रहा है...
Kamal Singh
जुलाई 1, 2024 AT 12:53अश्विनी दत्त ने अपनी फिल्मों में विज्ञान और आध्यात्म को एक साथ लाने की कोशिश की है। ये बहुत कम लोग कर पाते हैं। बच्चन साहब का ये इशारा उनके काम के प्रति गहरा सम्मान है। ये फिल्म बहुत बड़ी हो सकती है।
Jasmeet Johal
जुलाई 2, 2024 AT 06:34पैर छूना बहुत बड़ी बात है
Shreyas Wagh
जुलाई 2, 2024 AT 08:38इस दुनिया में सम्मान नहीं दिखाया जाता... बस दिखाया जाता है। अश्विनी दत्त ने बच्चन साहब को ऐसा दिखाया जो किसी ने नहीं दिखाया। ये नाटक नहीं... ये असलियत है।
Pinkesh Patel
जुलाई 2, 2024 AT 22:18ये तो बच्चन के नाम का इस्तेमाल है... अश्विनी दत्त तो बस एक और निर्माता है... बच्चन ने अपने नाम को बेच दिया... फिल्म बेकार होगी
Abdul Kareem
जुलाई 4, 2024 AT 08:09अश्विनी दत्त की फिल्मों में विज्ञान और दर्शन का संगम है। मैंने उनकी पिछली फिल्म 'रामायण 2077' देखी थी, वो बहुत गहरी थी। इस बार की फिल्म का ट्रेलर देखने का इंतजार है।
Namrata Kaur
जुलाई 4, 2024 AT 20:12बच्चन साहब ने जो किया वो बहुत खूबसूरत था। अश्विनी दत्त बहुत अच्छे इंसान हैं।
indra maley
जुलाई 4, 2024 AT 23:14क्या हम सब इतने बड़े इशारे को देख पा रहे हैं? ये न सिर्फ एक नम्रता का इशारा है... बल्कि एक नए युग की शुरुआत है... जहां शक्ति का नाम नहीं... सम्मान का नाम है
Kiran M S
जुलाई 6, 2024 AT 09:43ये बच्चन साहब का बड़ा बैनर है जो फिल्म उद्योग को एक नए दर्शन की ओर ले जा रहा है... अश्विनी दत्त जैसे लोगों को बच्चन साहब ने अपनी निजी शक्ति से ऊपर उठाया है... ये एक नया नैतिक आदर्श है
Paresh Patel
जुलाई 7, 2024 AT 09:18ये दृश्य देखकर लगा जैसे दुनिया थोड़ी सी बेहतर हो गई... अश्विनी दत्त के लिए बहुत बहुत बधाई... आपकी फिल्म देखने का बहुत इंतजार है... और बच्चन साहब... आप असली हीरो हैं