ब्रिटिश यूटीूबर माइल्स रूटलेज पर नस्लीय बयान और परमाणु जोक्स के कारण हुआ बवाल

ब्रिटिश यूटीूबर माइल्स रूटलेज पर नस्लीय बयान और परमाणु जोक्स के कारण हुआ बवाल
23 अगस्त 2024 14 टिप्पणि Kaushal Badgujar

माइल्स रूटलेज की विवादास्पद टिप्पणियाँ

माइल्स रूटलेज, एक ब्रिटिश यूटीूबर जिसे अपने खतरनाक स्थलों की यात्रा के लिए जाना जाता है, वे फिर से विवादों में घिर गए हैं। इस बार उनकी परेशानी का कारण उनके नस्लीय और विवादास्पद बयान हैं, जो उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किए थे। रूटलेज, जिन्हें 2021 में तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे के दौरान वहां फंसे होने के कारण प्रसिद्धि मिली थी, ने एक मिम वीडियो पोस्ट किया जिसमें अमेरिका से परमाणु मिसाइलें छिपे साइलोज से लॉन्च की जा रही थीं।

परमाणु धमकी और नस्लीय टिप्पणियाँ

रूटलेज ने इस वीडियो के कैप्शन में लिखा, 'जब मैं इंग्लैंड का प्रधानमंत्री बन जाऊंगा, तो ब्रिटिश हितों और मामलों में हस्तक्षेप करने वाले किसी भी विदेशी शक्ति को स्पष्ट चेतावनी देने के लिए इन साइलोज को खोल दूंगा।' उन्होंने आगे कहा, 'मैं बड़े-बड़े मामलों की बात नहीं कर रहा हूं; मैं तो छोटी-छोटी बातों पर भी पूरे देशों को परमाणु बम से उड़ा देने को तत्पर हूँ।' सबसे अधिक हलचल मचाने वाला उनका बयान यह था, 'भले ही मैं भारत पर सिर्फ मजे के लिए ही परमाणु हमला कर दूँ!'

रूटलेज की प्रतिक्रियाएँ

रूटलेज ने भारतीय उपयोगकर्ताओं का मज़ाक उड़ाते हुए उन्हें नस्लीय टिप्पणियों का शिकार बनाया। उन्होंने एक ट्रोल को जवाब देते हुए अपना पता साझा किया और भारतीयों के बोलचाल की नकल करते हुए कहा, 'सार, मैं आपसे जल्द ही मिलूंगा सार' और ट्रोल की माँ के बारे में अश्लील टिप्पणी की। जब किसी और उपयोगकर्ता ने उन पर गुस्से में भड़कने का आरोप लगाया, तो रूटलेज ने उत्तर दिया कि वह भारत को पसंद नहीं करते और दावा किया कि वे भारतीयों को उनके ऑनलाइन व्यवहार से पहचान सकते हैं।

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएँ

रूटलेज की इन टिप्पणियों को लेकर सोशल मीडिया पर तीव्र प्रतिक्रिया देखने को मिली। कई उपयोगकर्ताओं ने उनके खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए सामाजिक मीडिया प्लेटफॉर्मों से रूटलेज के खाते को ब्लॉक करने की मांग की। इसके अलावा, बहुत से लोग रूटलेज के इस व्यवहार की आलोचना कर रहे हैं और उन्हें जिम्मेदार ठहराने की बात कर रहे हैं। रूटलेज के यूट्यूब खाते पर 126,000 से अधिक सदस्यता है, लेकिन उनके हालिया बयानों ने आयोग्य को बढ़ावा दे दिया है।

समाज की प्रतिक्रिया और जिम्मेदारी

सोशल मीडिया के इस युग में, किसी भी सार्वजनिक व्यक्तित्व की टिप्पणी बहुत तेजी से फैलती है और उसका प्रभाव व्यापक होता है। ऐसे में माइल्स रूटलेज जैसे यूटीूबर की जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि वे अपनी टिप्पणियों में संयम बरतें और किसी भी जाति या समुदाय को आहत न करें। समाज के विभिन्न तबकों से उनके इस रुख की आलोचना हो रही है और लोगों का कहना है कि उन्हें इस पर माफी मांगनी चाहिए। रूटलेज के बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि उन्हें समाज की मूल्यवान धारणाओं और भावनाओं का सम्मान करना सीखना होगा।

निष्कर्ष

माइल्स रूटलेज की विवादास्पद टिप्पणियाँ और उनके खिलाफ उठी आलोचना यह दर्शाती है कि किस प्रकार एक सार्वजनिक व्यक्तित्व की जिम्मेदारी है कि वह अपने वक्तव्य और व्यावहारिकता में समाज के प्रति सक्षमता और संवेदनशीलता बनाए रखें। यह घटना हमें यह भी सिखाती है कि संवाद और विचार-विमर्श का महत्व क्या है और किसी भी प्रकार की नस्लीय या विवादास्पद टिप्पणियाँ कितनी घातक हो सकती हैं।

14 टिप्पणि

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    Jasmeet Johal

    अगस्त 23, 2024 AT 09:39
    अरे ये लोग अपनी जिंदगी में कुछ नहीं कर पाते तो सोशल मीडिया पर बम बरसाते हैं
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    Kamal Singh

    अगस्त 24, 2024 AT 20:31
    इस आदमी को लगता है कि वो एक एक्शन फिल्म का हीरो है जो परमाणु बम से दुनिया को डरा सकता है। असलियत में वो बस एक बेकार का ट्रोल है जिसके पास अपनी जिंदगी को संभालने की हिम्मत नहीं। कोई भी व्यक्ति जो नस्लीय नफरत के नाम पर मज़ाक करता है, वो अपने आप को बहुत बड़ा समझता है लेकिन असल में वो बहुत छोटा होता है।
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    Vishnu Nair

    अगस्त 25, 2024 AT 13:00
    अगर ये सब एक डीप लर्निंग मॉडल का रिजल्ट है तो ये बहुत अच्छा नहीं है। एआई के ट्रेनिंग डेटा में अगर इतना नस्लीय बायस है तो ये एक सिस्टमिक फेलियर है। मैंने देखा है कि जब यूट्यूब एल्गोरिथम इन तरह के कॉन्टेंट को प्रमोट करता है तो वो एक फीडबैक लूप बन जाता है जिसमें नफरत और एंगेजमेंट दोनों बढ़ते हैं। ये बहुत खतरनाक है क्योंकि ये एक डिजिटल जनवादी युद्ध है जिसमें लोग अपने भावनात्मक रिएक्शन के आधार पर फैसले लेने लगते हैं।
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    Kiran M S

    अगस्त 26, 2024 AT 07:47
    इंसानी अहंकार का एक अद्भुत उदाहरण। एक ऐसा आदमी जो अपनी असली असफलता को दुनिया के सामने छिपाने के लिए परमाणु बम का इस्तेमाल करता है। ये बस एक निराशावादी का चिल्लाना है जिसे लगता है कि अगर वो बड़ी बातें करेगा तो लोग उसे नहीं भूलेंगे। पर असलियत ये है कि लोग उसे भूल रहे हैं और उसकी बेकार की बातों को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं।
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    Namrata Kaur

    अगस्त 27, 2024 AT 11:36
    ये लोग बस ध्यान चाहते हैं। कोई भी बात चले बस लोग बात करें।
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    Raghunath Daphale

    अगस्त 28, 2024 AT 18:06
    इस चीज़ को देखकर लगता है जैसे कोई बच्चा अपने पापा के फोन से न्यूक्लियर वेपन्स के गेम खेल रहा हो 😂💣
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    indra maley

    अगस्त 28, 2024 AT 23:41
    जब एक आदमी अपनी आत्मा को खो देता है तो वो बस शोर करने लगता है। ये बयान उसकी आंतरिक खालीपन का प्रतिबिंब है। कोई भी व्यक्ति जो दूसरों को डराकर अपना मूल्य बढ़ाता है, वो अपने आप को बहुत कम समझता है।
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    Sanjay Singhania

    अगस्त 29, 2024 AT 00:48
    ये सब एक डिजिटल फेनोमिनॉन है जहां एक्सट्रीम एंगेजमेंट डायनामिक्स ने नस्लीय नफरत को नॉर्मलाइज़ कर दिया है। एल्गोरिथम के लिए वो बेस्ट कंटेंट है जो भावनात्मक रिएक्शन जगाए। ये बस एक ट्रेंड है जो लोगों के अंदर नफरत के लिए एक फ्रेमवर्क बना रहा है।
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    Noushad M.P

    अगस्त 29, 2024 AT 02:50
    ये लोग बस अपनी बेकारी को छिपाने के लिए ऐसे बयान करते हैं अगर वो असली जिंदगी में कुछ कर पाते तो ऐसी बातें नहीं करते
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    Abdul Kareem

    अगस्त 30, 2024 AT 10:14
    इस तरह के बयानों को देखकर लगता है कि कुछ लोगों को लगता है कि अगर वो बड़ी बातें करेंगे तो उनकी जिंदगी का मतलब समझ में आ जाएगा। लेकिन असल में ये बस एक खालीपन का बचाव है।
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    Paresh Patel

    सितंबर 1, 2024 AT 03:31
    हर इंसान के अंदर एक छोटा सा बच्चा होता है जो ध्यान चाहता है। इस आदमी ने भी अपने अंदर के बच्चे को बाहर निकाल दिया है। लेकिन अगर वो अपने अंदर के बच्चे को सुनता तो शायद उसे लगता कि ये सब बहुत बेकार है।
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    Pinkesh Patel

    सितंबर 1, 2024 AT 23:35
    ये लोग जो बम बरसाने की बात करते हैं वो असल में अपनी जिंदगी में कुछ भी नहीं कर पाते बस इंटरनेट पर बड़ा बनने की कोशिश करते हैं
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    anushka kathuria

    सितंबर 3, 2024 AT 18:39
    सार्वजनिक व्यक्तियों की जिम्मेदारी का स्तर आज बहुत ऊंचा है। उनके शब्दों का प्रभाव लाखों लोगों पर पड़ता है। यहां तक कि एक बेकार का जोक भी एक नस्लीय तनाव का कारण बन सकता है।
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    Kamal Singh

    सितंबर 3, 2024 AT 19:43
    अगर ये आदमी असली जिम्मेदारी लेता तो वो अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो बनाता जिसमें वो भारत के लोगों के साथ बातचीत करता और उनकी संस्कृति को समझता। लेकिन वो तो बस एक ट्रोल के रूप में अपनी जिंदगी बिता रहा है।

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