Euro 2024: जर्मनी और डेनमार्क के बीच मैच तूफान के कारण रोका गया
जून, 30 2024शनिवार को Euro 2024 के प्री-क्वार्टर फाइनल मैच के दौरान जर्मनी और डेनमार्क के बीच खेला जा रहा मुकाबला हिंसक तूफान के आगमन से बाधित हुआ। टूर्नामेंट का यह महत्वपूर्ण मुकाबला डॉर्टमुंड के वेस्टफालिन स्टेडियम में खेला जा रहा था। इंग्लिश रेफरी माइकल ओलिवर ने 35वें मिनट में अत्यंत खराब मौसम स्थितियों के कारण मैच को रोक दिया। उस समय स्कोर 0-0 था और खिलाड़ी मैदान पर तैयारी कर रहे थे।
मौसम का अचानक बदलाव सभी के लिए अप्रत्याशित था। तीव्र बारिश, ओलावृष्टि, तेज हवाओं, गरज और बिजली की चमक ने स्टेडियम की स्थिति को और भी नाजुक बना दिया। रेफरी ने सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए खिलाड़ियों को मैदान से बाहर ले जाने का निर्णय लिया। इसी बीच स्टेडियम की बड़ी स्क्रीन पर एक संदेश दिखाया गया जिसमें लिखा था, 'विपरीत मौसम स्थितियों के कारण खेल को स्थगित किया जाता है। अधिक जानकारी जल्द ही साझा की जाएगी।'
स्टेडियम में मौजुद लगभग 60,000 दर्शक जो खुले में बैठे थे, उन्हें भी मजबूरन आश्रय लेना पड़ा क्योंकि स्टेडियम की छत से पानी बहने लगा। डॉर्टमुंड की पुलिस ने एसआईडी, जो एएफपी की सहायक कंपनी है, को बताया कि फैन जोन भी खराब मौसम के कारण बंद कर दिए गए थे।
इस अप्रत्याशित विराम ने मैच के रोमांच को रोक दिया, और खिलाड़ी ड्रेसिंग रूम में जाकर स्थितियों के सामान्य होने का इंतजार करने लगे। दर्शक भी चिंता में थे क्योंकि वे भी इस प्रकार की मौसम की स्थिति से परेशान थे। स्थानीय प्रशासन और स्टेडियम प्रशासन ने मिलकर दर्शकों और खिलाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्परता से कार्य किया।
इस प्रकार के मौसम काल्पनिक रूप से कभी-कभार ही देखने को मिलते हैं और ऐसे में खिलाड़ियों की सुरक्षा और मैच का उचित संचालन अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है। मौसम विशेषज्ञों ने पहले से ऐसी कोई चेतावनी नहीं दी थी, इस वजह से आयोजनकर्ताओं के लिए यह समझना कठिन हो गया कि मैच कितना अनिश्चित समय के लिए रुकेगा।
हालाँकि, खिलाड़ियों के आत्मविश्वास में कोई कमी नहीं आई और वे मैदान पर लौटने के लिए तैयार थे। कुछ देर बाद, जैसे ही मौसम शांत हुआ, रेफरी ने खिलाड़ियों को वापस मैदान में बुलाया और मैच फिर से शुरू हुआ।
इस प्रकार के घटनाक्रम खिलाड़ियों और दर्शकों दोनों के लिए चुनौतीपूर्ण होते हैं। खेल का रोमांच फिर से उभरने में कुछ समय लगता है लेकिन खिलाड़ी और दर्शक दोनों इसकी चुनौती को बखूबी संभालते हैं। यह खेल की धैर्यिकता और उसकी अविचलित आत्मा को दर्शाता है।
इस अनुभव के आधार पर आयोजनकर्ताओं को भविष्य में ऐसी अप्रत्याशित परिस्थितियों से निपटने के लिए और अधिक सक्षम व्यवस्था करने की आवश्यकता पर भी जोर देना चाहिए। शेष मैच कैसे संपन्न हुआ और किस तरह खिलाड़ियों ने इस चुनौती का सामना किया, यह देखना भावुक करने वाला था।
आखिरकार, यह सब ठीक-ठाक होने के बाद मैच अपने अंतिम चरण में पहुँच गया, और दर्शकों ने अपनी टीमों का उत्साहवर्धन करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।