घाज़ीाबाद फ्लाईओवर पर बाईक स्टंट में किशोरों की गंभीर चोटें
घटनाक्रम का विस्तृत विवरण
गुजारात, 21‑सितंबर – घाज़ीाबाद के कोटवाली इलाके में स्थित थाकुरद्वारा फ्लाईओवर पर मंगलवार की रात लगभग 11 बजे चार किशोरों ने बाईक पर गरम स्टंट दिखाए। इस दौरान वे दो‑लेनी फ्लाईओवर पर लगातार लेन बदलते और हाई स्पीड पर मोड़ ले रहे थे। गवाहों के अनुसार, मोटरसाइकिल अचानक असंतुलित हो गई और बाईक का सवारी वाला नियंत्रण खो बैठे।
बाईक के गिरने के बाद वह फ्लाईओवर पर ही फँस गई, जबकि चारों ही युवा करीब 18‑20 फीट ऊँचाई से जीटी रोड पर गिर गए। गिरते वक़्त उन्हें सिर, पीठ और पैर में गंभीर चोटें आईं। तुरंत पास के एमएमजी डिस्ट्रिक्ट अस्पताल में भर्तीकिए गए, जहाँ प्राथमिक उपचार देने के बाद उन्हें अधिक विशेषीकृत सुविधाओं के लिए रेफ़र किया गया।
पीड़ितों की उम्र 16‑18 वर्ष के बीच बताई गई है, लेकिन पुलिस अभी तक सटीक उम्र की पुष्टि नहीं कर पाई है। चारों में से एक अभी भी एमएमजी अस्पताल में भर्ती है, जबकि बाकी तीन को बेहतर देखभाल के लिये टर्मेज़ अस्पताल और एक निजी मेडिकल सेंटर में भेजा गया।
पुलिस और चिकित्सा प्रतिक्रिया
कोटवाली पुलिस स्टेशन के शॉर्टहाउस ऑफिसर मनोज कुमार ने बताया कि इस फ्लाईओवर पर पहले भी कई दुर्घटनाएँ हुई हैं। उन्होंने कहा, "यह दुर्घटना प्रमुख तौर पर लापरवाह ड्राइविंग और सार्वजनिक स्थानों पर बाईक स्टंट करने की लापरवाही के कारण हुई है।" पुलिस ने गिरते समय मौजूद साक्षियों से विस्तृत बयान लिया और इस पर फोरेंसिक जांच जारी कर दी है।
आँखों के सामने दो‑लेनी फ्लाईओवर न केवल स्थानीय यातायात का मुख्य कनेक्शन है, बल्कि यहां तेज गति से चलने वाले वाहनों के लिए जोखिम भी अधिक है। अधिकारी इस बात पर ज़ोर दे रहे हैं कि ऐसे क्षेत्रों में तेज़ गति, स्टंट या लापरवाह ड्राइविंग को सख्त तौर पर रोकना चाहिए।
- सड़कों पर बाईक स्टंट करना सभी के लिए खतरा पैदा करता है; इस तरह की हरकतें कानून के तहत दंडनीय हैं।
- ड्राइवर को हमेशा निर्धारित गति सीमा के अंदर रहना चाहिए और लेन बदलते समय संकेत देना अनिवार्य है।
- फ्लाईओवर जैसे ऊँचे संरचनाओं पर ओवरस्पीड को रोकने के लिये रैम्प या रेखा चिन्ह लगाने की सिफ़ारिश की जा रही है।
- आवश्यक औषधियों या हेलमेट की अनिवार्यता को कड़ाई से लागू किया जाना चाहिए।
इस घटना ने फिर से यह दिखा दिया कि युवा वर्ग में मोटरसाइकिल पर स्टंट करने की प्रवृत्ति कितनी खतरनाक हो सकती है। न केवल उनका जीवन, बल्कि सड़क के अन्य उपयोगकर्ताओं का भी जीवन खतरे में पड़ जाता है। घाज़ीाबाद फ्लाईओवर दुर्घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा उपायों की पुनः समीक्षा का वादा किया है, ताकि भविष्य में ऐसी ही त्रासदी को रोका जा सके।
Vinay Dahiya
सितंबर 22, 2025 AT 09:41ये लोग अपनी जान खेल में डाल रहे हैं, और फिर सड़क पर दूसरों को भी खतरे में डाल रहे हैं! इस तरह की बेवकूफ़ी के लिए बस एक फाइन नहीं, बल्कि जेल भी चाहिए। अब तो हर दूसरा लड़का बाइक पर एयर स्टंट करता है, जैसे वो फिल्मों का हीरो हो।
Sai Teja Pathivada
सितंबर 22, 2025 AT 19:26ये सब गवर्नमेंट की चाल है! वो लोग चाहते हैं कि हम सब घर में बैठे रहें, ताकि हम बाहर न जाएं और न ही सोचें! ये फ्लाईओवर पर रैम्प लगाने की बात भी एक बड़ा धोखा है... असल में वो चाहते हैं कि हम सब अपनी बाइक बेच दें और ऑटो में चले जाएं! 😡
Antara Anandita
सितंबर 23, 2025 AT 10:31हेलमेट और सुरक्षा गियर का इस्तेमाल अनिवार्य होना चाहिए। इस तरह के दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सिर्फ दंड नहीं, बल्कि ड्राइविंग ट्रेनिंग और सामाजिक जागरूकता भी जरूरी है।
Gaurav Singh
सितंबर 24, 2025 AT 22:01ये स्टंट करने वाले लोग बेवकूफ नहीं हैं बस बेचारे किसी के घर में बैठे नहीं हैं जहां उन्हें समझाया जाए कि जिंदगी एक बार मिलती है और उसे बर्बाद करने का मतलब है अपने और दूसरों का भविष्य नष्ट करना
Priyanshu Patel
सितंबर 24, 2025 AT 22:20बस इतना कहना है कि ये लड़के बस एक शॉर्ट वीडियो के लिए अपनी जान खतरे में डाल रहे हैं... 😔 अगर ये दुर्घटना न होती तो शायद आज वो टिकटॉक पर वायरल हो रहे होते। जिंदगी बहुत कीमती है, इसे बर्बाद मत करो।
ashish bhilawekar
सितंबर 26, 2025 AT 00:23अरे भाई ये लोग तो बस अपनी जान को बाइक पर बांध कर आकाश की ओर उड़ रहे हैं! जब तक हम इस देश में युवाओं को कुछ असली लक्ष्य नहीं देंगे तब तक ये बेकार के स्टंट चलते रहेंगे! बस अपनी आंखों से देखो कि कितने लड़के अभी भी गलियों में ट्रिक्स कर रहे हैं! जिंदगी बस एक बार मिलती है भाई!
Vishnu Nair
सितंबर 27, 2025 AT 10:22ये सब एक बड़ी डायनामिक सिस्टम फेल्योर का नतीजा है जिसमें ट्राफिक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ युवा जनसंख्या के अंदर एक गहरा डिसिप्लिनरी डेफिसिट भी शामिल है, जिसके कारण व्यक्ति अपने अस्तित्व के लिए एक एक्सट्रीम एक्शन रिक्वायर करता है जो कि एक बहुत ही सामाजिक और न्यूरोलॉजिकल रिस्पॉन्स है जिसे अगर हम नहीं समझेंगे तो ये ट्रैजेडी दोबारा दोहराई जाएगी।
Kamal Singh
सितंबर 29, 2025 AT 04:48हर बच्चा एक दिन अपनी बाइक पर फ्लिप करना चाहता है, लेकिन जिस देश में युवाओं को अपनी ऊर्जा को सही दिशा देने का मौका नहीं मिलता, वहां ऐसी घटनाएं होती हैं। हमें बस इतना करना है - बाइक स्टंट के लिए सुरक्षित स्थान बनाएं, ट्रेनिंग दें, और उन्हें समझाएं। डांटने से कुछ नहीं होगा।
Jasmeet Johal
सितंबर 29, 2025 AT 16:29स्टंट बुरा है लेकिन फ्लाईओवर पर रैम्प लगाना और भी बुरा है जिससे आम आदमी को दिक्कत होगी
Abdul Kareem
सितंबर 30, 2025 AT 18:16ये लोग बाइक पर जो कर रहे हैं वो उनकी जिंदगी का हिस्सा है। लेकिन अगर उनके पास बेहतर ऑप्शन होते तो शायद वो इतना खतरनाक काम नहीं करते।
Namrata Kaur
अक्तूबर 2, 2025 AT 11:09हेलमेट जरूर पहनें। बस इतना ही।
indra maley
अक्तूबर 2, 2025 AT 18:27क्या हम इस दुर्घटना को सिर्फ एक अकेली घटना समझ रहे हैं? या ये एक बड़ी चीज का छोटा सा पर्दा है - जहां युवाओं को अपनी आवाज़ नहीं मिल रही, और वे बस गति से अपने अस्तित्व को साबित करने की कोशिश कर रहे हैं?
Paresh Patel
अक्तूबर 3, 2025 AT 21:40ये लड़के बस एक दिन अपने जीवन में कुछ अलग बनाना चाहते हैं... अगर हम उन्हें एक जगह दे दें जहां वो अपनी ऊर्जा निकाल सकें, तो ये दुर्घटनाएं बंद हो जाएंगी। हमें उन्हें दोषी नहीं, बल्कि साथी बनना होगा।