घाज़ीाबाद फ्लाईओवर पर बाईक स्टंट में किशोरों की गंभीर चोटें

घाज़ीाबाद फ्लाईओवर पर बाईक स्टंट में किशोरों की गंभीर चोटें
21 सितंबर 2025 0 टिप्पणि Kaushal Badgujar

घटनाक्रम का विस्तृत विवरण

गुजारात, 21‑सितंबर – घाज़ीाबाद के कोटवाली इलाके में स्थित थाकुरद्वारा फ्लाईओवर पर मंगलवार की रात लगभग 11 बजे चार किशोरों ने बाईक पर गरम स्टंट दिखाए। इस दौरान वे दो‑लेनी फ्लाईओवर पर लगातार लेन बदलते और हाई स्पीड पर मोड़ ले रहे थे। गवाहों के अनुसार, मोटरसाइकिल अचानक असंतुलित हो गई और बाईक का सवारी वाला नियंत्रण खो बैठे।

बाईक के गिरने के बाद वह फ्लाईओवर पर ही फँस गई, जबकि चारों ही युवा करीब 18‑20 फीट ऊँचाई से जीटी रोड पर गिर गए। गिरते वक़्त उन्हें सिर, पीठ और पैर में गंभीर चोटें आईं। तुरंत पास के एमएमजी डिस्ट्रिक्ट अस्पताल में भर्तीकिए गए, जहाँ प्राथमिक उपचार देने के बाद उन्हें अधिक विशेषीकृत सुविधाओं के लिए रेफ़र किया गया।

पीड़ितों की उम्र 16‑18 वर्ष के बीच बताई गई है, लेकिन पुलिस अभी तक सटीक उम्र की पुष्टि नहीं कर पाई है। चारों में से एक अभी भी एमएमजी अस्पताल में भर्ती है, जबकि बाकी तीन को बेहतर देखभाल के लिये टर्मेज़ अस्पताल और एक निजी मेडिकल सेंटर में भेजा गया।

पुलिस और चिकित्सा प्रतिक्रिया

पुलिस और चिकित्सा प्रतिक्रिया

कोटवाली पुलिस स्टेशन के शॉर्टहाउस ऑफिसर मनोज कुमार ने बताया कि इस फ्लाईओवर पर पहले भी कई दुर्घटनाएँ हुई हैं। उन्होंने कहा, "यह दुर्घटना प्रमुख तौर पर लापरवाह ड्राइविंग और सार्वजनिक स्थानों पर बाईक स्टंट करने की लापरवाही के कारण हुई है।" पुलिस ने गिरते समय मौजूद साक्षियों से विस्तृत बयान लिया और इस पर फोरेंसिक जांच जारी कर दी है।

आँखों के सामने दो‑लेनी फ्लाईओवर न केवल स्थानीय यातायात का मुख्य कनेक्शन है, बल्कि यहां तेज गति से चलने वाले वाहनों के लिए जोखिम भी अधिक है। अधिकारी इस बात पर ज़ोर दे रहे हैं कि ऐसे क्षेत्रों में तेज़ गति, स्टंट या लापरवाह ड्राइविंग को सख्त तौर पर रोकना चाहिए।

  • सड़कों पर बाईक स्टंट करना सभी के लिए खतरा पैदा करता है; इस तरह की हरकतें कानून के तहत दंडनीय हैं।
  • ड्राइवर को हमेशा निर्धारित गति सीमा के अंदर रहना चाहिए और लेन बदलते समय संकेत देना अनिवार्य है।
  • फ्लाईओवर जैसे ऊँचे संरचनाओं पर ओवरस्पीड को रोकने के लिये रैम्प या रेखा चिन्ह लगाने की सिफ़ारिश की जा रही है।
  • आवश्यक औषधियों या हेलमेट की अनिवार्यता को कड़ाई से लागू किया जाना चाहिए।

इस घटना ने फिर से यह दिखा दिया कि युवा वर्ग में मोटरसाइकिल पर स्टंट करने की प्रवृत्ति कितनी खतरनाक हो सकती है। न केवल उनका जीवन, बल्कि सड़क के अन्य उपयोगकर्ताओं का भी जीवन खतरे में पड़ जाता है। घाज़ीाबाद फ्लाईओवर दुर्घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा उपायों की पुनः समीक्षा का वादा किया है, ताकि भविष्य में ऐसी ही त्रासदी को रोका जा सके।