ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में गिरावट: ग्राहक सेवा विवादों के घेरे में

ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में गिरावट: ग्राहक सेवा विवादों के घेरे में अक्तू॰, 8 2024

ओला इलेक्ट्रिक: ग्राहक सेवा विवाद का असर

ओला इलेक्ट्रिक ने भारतीय ई-स्कूटर बाजार में अपने उत्पादों की गुणवत्ता और नवाचार के माध्यम से एक महत्वपूर्ण स्थान बनाया है। परन्तु, हाल ही में सोशल मीडिया पर उत्पन्न विवाद के कारण कंपनी के शेयरों में तेजी से गिरावट हुई है। 7 अक्टूबर, 2024 को कंपनी के शेयरों में 9% की कमी देखी गई, जब ओला इलेक्ट्रिक के संस्थापक भावना अग्रवाल और मशहूर कॉमेडियन कुनाल कामरा के बीच एक तीखी बहस सोशल मीडिया प्लेटफार्म X (पूर्व में ट्विटर) पर देखने को मिली।

यह विवाद तब शुरू हुआ जब कामरा ने एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें ओला शोरूम के बाहर धूल जमाए खड़े दर्जनों ई-स्कूटर दिखाई दे रहे थे। इस तस्वीर ने ना केवल सोशल मीडिया पर हलचल मचाई बल्कि अन्य कई उपयोगकर्ताओं ने भी ओला की सेवा गुणवत्ता को लेकर अपनी नाराज़गी व्यक्त की।

ग्राहक सेवा और उसके प्रभाव

भावना अग्रवाल ने कामरा को जवाब देते हुए कहा कि उन्हें "शांत बैठकर हमें समस्याओं को हल करने पर ध्यान केंद्रित करने दें।" उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी तेजी से अपने सेवा नेटवर्क का विस्तार कर रही है। हालांकि, इस प्रकार की बातचीत ने ग्राहकों की असंतुष्टि को उजागर किया है, जिससे ओला इलेक्ट्रिक की छवि को नुकसान पहुंचा है।

ओला इलेक्ट्रिक भारत के ई-स्कूटर बाजार में 27% हिस्सेदारी के साथ एक प्रमुख खिलाड़ी है। हालाँकि, अगस्त में शानदार स्टॉक मार्केट शुरुआत के बाद से इसके शेयरों में 43% की गिरावट आई है। विश्लेषकों का मानना है कि कंपनी की बाजार हिस्सेदारी लगातार पांच महीनों से गिर रही है, खासकर प्रतियोगिता और सेवा समस्याओं के कारण।

HSBC के विश्लेषकों की रिपोर्ट के अनुसार, कई ओला सेवा केंद्र ग्राहकों की मांग को पूरा करने में असमर्थ दिखे, जिससे सेवा में देरी और गुणवत्ता समस्याएं उत्पन्न हुईं। भावना अग्रवाल ने दिसंबर तक सेवा केंद्रों की संख्या को दोगुना करने की योजना की घोषणा की, जिससे उम्मीद है कि ग्राहक सेवा में सुधार हो सकेगा।

पीछे की समस्याएं और कंपनी के उपाय

सूत्रों के अनुसार, ओला की ग्राहक सेवा केंद्रों पर कार्यबल की कमी और स्पेयर पार्ट्स की आपूर्ति की समस्या बनी हुई है। इससे पहले भी कई रिपोर्ट्स ने इस समस्या की ओर इशारा किया है, जहां मांग कंपनी के संसाधनों को पार कर गई है। हाल में हुई एक घटना में एक युवक को असंतोषजनक सेवा के विरोध में ओला शोरूम में आग लगाने के प्रयास में गिरफ्तार किया गया।

विभिन्न बाजार विश्लेषकों का मानना है कि यह विवाद कंपनी पर अल्पकालिक प्रभाव डाल सकता है, जहां सोशल मीडिया पर उपभोक्ताओं की शिकायतें ओला की साख और निवेशकों के विश्वास को कमजोर कर सकती हैं। कंपनी को अपने बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाने और ग्राहकों को खुश रखने के साथ-साथ प्रतिस्पर्धी माहौल में बने रहने के लिए अपनी सेवा और गुणवत्ता मानकों में सुधार करने की आवश्यकता होगी।

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