दवाइयां: सही दवा चुनने और सुरक्षित रखने के आसान टिप्स
जब बुखार या दर्द के कारण दवा की जरूरत पड़े, तो अक्सर बिना सोचे‑समझे काउंटर से ले लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सही दवा चुनने के लिए कुछ बेसिक जाँचें ज़रूरी हैं? चलिए, साथ में देखते हैं कि दवाइयां खरीदते‑समय किन बातों पर ध्यान देना चाहिए और घर में उन्हें कैसे सुरक्षित रख सकते हैं।
खरीदते समय दवा की जाँच कैसे करें?
पहली बात, पैकेज पर लिखी गई expiry date यानी समाप्ति तिथि ज़रूर देखें। यह तिथि के बाद दवा का असर कम या ख़राब हो सकता है। दूसरा, दवा का नाम और सामग्री साफ़-साफ़ लिखी होनी चाहिए। अगर आप किसी जनरल दवा ले रहे हैं तो ब्रांड नाम नहीं, बल्कि active ingredient पर ध्यान दें – इससे दो दवाओं की तुलना आसान हो जाती है।
तीसरा, डॉक्टर या फार्मासिस्ट की सलाह लें। अगर दवा पर सिर्फ "ज्वर के लिए" लिखा है, लेकिन आपको सिरदर्द, ठंड या गैस्ट्रिक समस्या है, तो वही दवा जरूरी नहीं हो सकती। प्रोफ़ेशनल की राय लेने से दवा के साइड इफ़ेक्ट और एंटाग्रेन के जोखिम कम होते हैं।
घर में दवाइयों को सुरक्षित रखने के उपाय
दवा का सही स्टोर करना उतना ही ज़रूरी है जितना सही दवा लेना। सबसे पहले, दवाइयां बच्चों की पहुँच से बाहर रखें, चाहे वह ऊँची अलमारी हो या लॉक वाला दरवाज़ा। दूसरा, नमी और धूप से दूर रखें – बाथरूम की शेल्फ़ पर दवा रखने से बचें, क्योंकि नमक और गर्मी दवा को ख़राब कर सकती है।
तीसरा, दवा को ध्यान से लेबल लगाकर रखें। अगर आपके पास कई प्रकार की पेनकिलर, एंटीबायोटिक या विटामिन हैं, तो पैकेज पर लिखें कि यह कब और कैसे लेना है। इस तरह दवा लेने में उलझन नहीं होगी और दोबारा डोज़ लेने की संभावना नहीं बढ़ेगी।
चौथा, अगर दवा में साइड इफ़ेक्ट दिखें – जैसे कि त्वचा पर दाने, सांस लेने में दिक्कत या पेट में ख़ास दर्द – तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। कभी‑कभी छोटी-सी दवा भी एलर्जिक रिएक्शन पैदा कर सकती है, इसलिए चेतावनी संकेत को हल्का नहीं लेना चाहिए।
अंत में, पुरानी दवाइयों को फेंकते समय सही तरीका अपनाएं। कई फार्मेसीस में 'ड्रग रेसेक्यू' कार्यक्रम होते हैं जहाँ आप समाप्ति तिथि वाली दवाइयों को सुरक्षित रूप से निपटा सकते हैं। सीधे कूड़ेदान में न फेंके, इससे पर्यावरणीय नुकसान हो सकता है।
इन छोटे‑छोटे कदमों से आप दवाइयों का सही उपयोग कर सकते हैं, स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं और अनावश्यक समस्याओं से बच सकते हैं। अगली बार जब दवा की जरूरत पड़े, तो इन बातों को याद रखें – आपका शरीर और आपका मन दोनों आराम पाएंगे।