मॉनसून 2025 – क्या बदल रहा है?
हर साल जून‑जुलाई में जब भारत में गरमियों का हल्का सा हल्का पड़ता है, तो सभी को पता होता है कि बारिश का सीजन शुरू होने वाला है। 2025 का मानसून भी कुछ अलग नहीं, लेकिन हाल के कुछ बड़े जलभराव ने लोगों को सावधान कर दिया है। आइए देखते हैं इस साल की सबसे प्रमुख ख़बरें और घर‑बार को सुरक्षित रखने के उपाय।
ताज़ा खबरें – जहाँ बारिश ने मचाई हलचल
उत्तरी भारत में 16 जून को उत्तराखंड में पहली बड़ी झंकार बरसती है। IMD ने पीला अलर्ट दिया और 30‑40 किमी/घंटा की तेज़ हवाओं के साथ गड़गड़ाहट सुनाई। कई बंजर इलाकों में जलभराव हुआ, लेकिन बड़े नुकसान की खबर नहीं आई। इसी तरह हरियाणा के 10 जिलों में मूसलाधार बारिश ने जनजीवन बिगाड़ दिया, कई शहरों में अलर्ट जारी हुआ और सांसद किरण चौधरी के घर तक पानी भर गया। रीवा में भी भारी बारिश ने विधायक नगेंद्र सिंह के घर को डुबो दिया, जिससे ड्रेनेज सिस्टम की बड़ी खामियों का खुलासा हुआ।
सेफ़्टी टिप्स – बारिश में कैसे रखें खुद को सुरक्षित
बारिश के दिनों में सड़क पर गाड़ी चलाते समय जलस्थली को न पास करें, क्योंकि अचानक गहरा पानी आपके वाहन को फँसा सकता है। घर में पानी की निकासी ठीक से काम कर रही है या नहीं, इसको दो‑बार जाँचें; नाली में रुकावट नहीं होनी चाहिए। अगर आप बाहर हैं तो तेज़ हवाओं से बचें, खड़ा नहीं रहें, और बेमेल वस्तुएँ जैसे छत्र या बाल्टी को थामे रखें। बिजली गिरने की संभावना बढ़ती है, इसलिए खुले मैदान या पेड़ों के नीचे रहने से बचें।
किसी भी आपातकाल में स्थानीय निकायों की सलाह सुनना सबसे बेहतर है। अगर विभाग सड़कों को बंद कर रहा है, तो वैकल्पिक रास्ता चुनें। कई नगर पालिका ने अभी तक एटीएम और अस्पतालों को बिजली बैकअप दिया है, इसलिए जरूरी दस्तावेज़ और दवाइयाँ हमेशा हाथ में रखें।
बच्चों को पानी में खेलने से पहले एक बार देख कर बताएं कि जलधारा कितनी तेज़ है। अगर कोई जलस्तर ऊपर उठता दिखे, तो तुरंत घर की ओर वापस जाने को कहें। छोटे बच्चों को हमेशा बड़े की निगरानी में रखें, खासकर बाथरूम और बगीचे में।
अगर आपके पास जनरेटर या सोलर चार्जर है, तो उसे पहले से तैयार रखें। बारिश के बाद बिजली कटने की संभावना ज्यादा रहती है, और चार्जर दो‑तीन घंटे में मुख्य उपकरणों को चलाने में मदद कर सकता है।
आखिर में, अपने पड़ोसियों से संवाद बनाये रखें। किसी को अगर मदद चाहिए, जैसे बाढ़ में फँसा हुआ घर, तो साथ मिलकर ही समाधान आसान रहता है। सोशल मीडिया या स्थानीय सरकारी ऐप पर अपडेट पढ़ते रहें, ताकि आपातकाल में तुरंत जानकारी मिले।
इस तरह 2025 का मानसून, चाहे वह उत्तराखंड की पहाड़ी बौछार हो या हरियाणा के रिलीज़ जल, सभी को सावधानी से काम लेना सिखा रहा है। सही तैयारी और स्थानीय समाचारों पर नज़र रखकर आप और आपका परिवार सुरक्षित रह सकते हैं।