साइबर हमला क्या है और इसे कैसे रोकें?
जब हम साइबर हमला, इंटरनेट या कंप्यूटर नेटवर्क पर किए जाने वाले दुष्ट कार्य, जैसे हैकिंग, मैलवेयर फैलाना या डेटा चुराना. Also known as साइबर अटैक, it डिजिटल सुविधाओं को बाधित करने या आर्थिक नुकसान पहुंचाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. यह शब्द आजकल हर कंपनी के बोर्डरूम में चर्चा का मुद्दा बन गया है, क्योंकि हर साल नई‑नई सुरक्षा‑संधियाँ टूटती हैं।
साइबर हमले के कई रूप होते हैं, लेकिन तीन मुख्य श्रेणियाँ सबसे ज्यादा सुनी जाती हैं। पहला है हैकिंग, अनधिकृत रूप से सिस्टम में घुसपैठ करना—यह अक्सर कमजोर पासवर्ड या बिना पैच वाले सॉफ़्टवेयर के कारण होता है। दूसरा, रैनसमवेयर, मैलवेयर जो फाइलें एन्क्रिप्ट कर रैंनस की मांग करता है, जो व्यक्तिगत और व्यावसायिक जानकारी को निशाना बनाता है। तीसरा, फ़िशिंग, धोखेबाज़ ईमेल या संदेश जो लॉगिन जानकारी चुराने की कोशिश करता है. इन तीनों को समझना सुरक्षा की पहली पड़ी है क्योंकि साइबर हमला अक्सर इन तकनीकों के मिश्रण से ही प्रभावी रहता है।
डेटा चोरी को रोकने के लिए दो मूलभूत कदम जरूरी हैं। पहला, सभी सिस्टम पर नियमित सुरक्षा पैच लागू करना, क्योंकि अधिकांश हमले एंट्री पॉइंट को अपडेट न किए जाने पर ढूँढ़ लेते हैं। दूसरा, मल्टी-फ़ैक्टर ऑथेंटिकेशन (MFA) लागू करना, जिससे पासवर्ड लीक होने पर भी अतिरिक्त सत्यापन की आवश्यकता बनी रहती है। इन उपायों का सही उपयोग करने पर आप अपने नेटवर्क को अधिकतम 70‑80% खतरे से बचा सकते हैं।
जब हम रैनसमवेयर की बात करते हैं, तो बैकअप रणनीति को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। शारीरिक और क्लाउड दोनों बैकअप को 3‑2‑1 नियम के अनुसार रखना—तीन कॉपी, दो अलग-अलग मीडिया, एक ऑफ‑साइट—संभव बनाता है कि ransomware के बाद भी डेटा पुनः प्राप्त किया जा सके। इसके साथ ही, संदिग्ध फ़ाइलों को चलाने से पहले सैंडबॉक्स में टेस्ट करना एक अच्छा अभ्यास है।
अंत में, फ़िशिंग हमलों को पहचानने के लिए सतर्क रहना सबसे आसान तरीका है। आधिकारिक डोमेनों से आने वाले लिंक को हमेशा दो‑बार जांचें, और कभी भी अनजान एटैचमेंट खोलें नहीं। यदि आप एक बड़ी कंपनी में काम करते हैं, तो नीतियों के अनुसार नियमित सुरक्षा प्रशिक्षण लेना चाहिए—ये प्रशिक्षण अक्सर फ़िशिंग सिम्युलेशन के माध्यम से कर्मचारियों को सचेत बनाते हैं। नीचे आपको हमारी लेखों की सूची मिलेगी, जहाँ हमने हाल के साइबर हमलों, उनके परिणामों और बचाव के टिप्स को विस्तार से लिखा है। इन जानकारी को पढ़कर आप खुद को और अपनी संस्था को सुरक्षित रखने में एक कदम आगे रह सकते हैं।