विक्की कौशल की फिल्म *छावा* ने पहले हफ्ते में बॉक्स ऑफिस पर दिखाया धमाल, ₹230 करोड़ का आंकड़ा पार
विक्की कौशल और रश्मिका मंदाना अभिनीत ऐतिहासिक महाकाव्य *छावा* ने भारतीय बॉक्स ऑफिस पर अपनी धाक जमाई है। पहले हफ्ते में ही फिल्म ने ₹233.15 करोड़ का आंकड़ा छू लिया, और दिन 8 तक ₹13.9 करोड़ कमा लिए। लक्ष्मण ऊतेकर द्वारा निर्देशित यह फिल्म शिवाजी सावंत के मशहूर मराठी उपन्यास पर आधारित है, जो छत्रपति संभाजी महाराज की कहानियों को प्रदर्शित करता है।
फिल्म की ओपनिंग शानदार रही, जहां पहले तीन दिनों में इसका प्रदर्शन काफी प्रभावशाली था: पहले दिन ₹31 करोड़, दूसरे दिन ₹37 करोड़, और तीसरे दिन ₹48.5 करोड़। इसके बाद हालांकि संग्रह में गिरावट देखी गई लेकिन यह अभी तक दर्शकों की पसंद बनी हुई है। दिन 4 से लेकर दिन 7 तक के संग्रह क्रमशः ₹24 करोड़, ₹25.25 करोड़, ₹32 करोड़, और ₹21.5 करोड़ रहे। आठवें दिन की कमाई के बाद, फिल्म के पहले सप्ताह का कुल कलेक्शन ₹219.25 करोड़ रहा, जो फिल्म इंडस्ट्री में चर्चा का विषय बना हुआ है।
फिल्म की कामयाबी में इसके दमदार एक्शन सीक्वेंस, शानदार दृश्य और स्टार कास्ट का बड़ा योगदान है। अक्शय खन्ना, आशुतोष राणा और दिव्या दत्ता जैसे कलाकारों की उपस्थिति ने फिल्म में चार चाँद लगा दिए हैं।
फिल्म की कहानी मराठा साम्राज्य के दूसरे शासक, छत्रपति संभाजी महाराज, के जीवन पर आधारित है। अपने इंटेंस एक्शन और कथानक के चलते यह फिल्म दर्शकों को बांधे रख पाई है। इसके साथ ही, इसने बॉलिवुड के बड़े बजट की फिल्में भी पछाड़ दी हैं।
Namrata Kaur
फ़रवरी 23, 2025 AT 04:54छावा बस देख लिया, बहुत अच्छा लगा।
Guru Singh
फ़रवरी 23, 2025 AT 08:35फिल्म के बॉक्स ऑफिस पर आंकड़े तो शानदार हैं, लेकिन असली कामयाबी तो उसकी ऐतिहासिक निष्पक्षता में है। छत्रपति संभाजी के जीवन को इतनी संवेदनशीलता से पेश करना बहुत कम ही हुआ है।
Sahaj Meet
फ़रवरी 23, 2025 AT 11:19भाई ये फिल्म तो सच में धमाल है! विक्की का अभिनय तो बस जबरदस्त, और एक्शन सीन्स ऐसे लगे जैसे घुटनों के बल बैठ गए। अक्शय खन्ना ने तो बस जान ली, असली शेर बन गए।
Madhav Garg
फ़रवरी 24, 2025 AT 21:45फिल्म का निर्माण और डिजाइन बहुत शुद्ध है। कैमरा वर्क, वेशभूषा, और सेट डिजाइन सभी उस समय के वास्तविकता को दर्शाते हैं। यह बॉलिवुड में ऐतिहासिक फिल्मों के लिए नया मानक स्थापित करता है।
Sumeer Sodhi
फ़रवरी 26, 2025 AT 16:02230 करोड़? बस एक बड़ी भीड़ के भावुक बनने का नाम है। इस फिल्म में कोई गहराई नहीं, सिर्फ धमाकेदार एक्शन और राष्ट्रवादी भावनाएँ। इतिहास को बेवकूफों के लिए सरल बनाना बहुत आसान है।
Vinay Dahiya
फ़रवरी 27, 2025 AT 02:24ये फिल्म... अरे भाई, दिन 1 पर 31 करोड़? दिन 3 पर 48.5? ये तो बिल्कुल फेक डेटा है! फिल्म इंडस्ट्री में अब कोई भी आंकड़ा भरोसेमंद नहीं... और फिर ये लोग लक्ष्मण ऊतेकर को निर्देशक कह रहे हैं? वो तो बस एक टीवी शो का डायरेक्टर है!
Sai Teja Pathivada
फ़रवरी 28, 2025 AT 09:58मैंने ये फिल्म देखी और अचानक से लगा कि भारत का इतिहास हमें हमेशा छिपाया गया है... अब ये फिल्म बता रही है कि संभाजी को कैसे मारा गया, और ये सब किसके लिए? शायद ये फिल्म किसी बड़े राजनीतिक अभियान का हिस्सा है... क्या आपने कभी सोचा कि ये सब जानबूझकर बनाया गया है?
Antara Anandita
मार्च 1, 2025 AT 08:34विक्की कौशल का अभिनय निश्चित रूप से फिल्म का सबसे बड़ा आधार है। उन्होंने संभाजी के आंतरिक संघर्ष को बेहद सूक्ष्मता से पेश किया है। यह उनका सबसे गहरा काम है।
Gaurav Singh
मार्च 3, 2025 AT 03:40अरे यार, ये फिल्म तो बस एक बड़ी राष्ट्रीय ध्वज फिल्म है... जब तक एक शाही नायक की कहानी नहीं होती, तब तक भारतीय दर्शक नहीं बैठते। क्या ये वाकई इतिहास है या सिर्फ एक बड़ा धोखा?
Priyanshu Patel
मार्च 4, 2025 AT 04:12मैंने इस फिल्म को थिएटर में देखा और दर्शकों के चेहरे पर जो भाव थे... वो कुछ और ही था। जब विक्की ने अपनी तलवार उठाई, तो पूरा थिएटर चुप हो गया। ये फिल्म सिर्फ देखने की नहीं, अनुभव करने की है।
ashish bhilawekar
मार्च 5, 2025 AT 04:47ये फिल्म तो बस एक भगवान की अवतार जैसी है! विक्की कौशल ने जिस तरह संभाजी को जीवित किया, वो तो देवता का अवतार है! ये फिल्म ने बॉलिवुड की रूह को वापस लाया, बस एक बार देख लो, और तुम भी अपने बच्चों को बुला लोगे कि ये देश का इतिहास है!
Vishnu Nair
मार्च 7, 2025 AT 03:24अगर हम बॉक्स ऑफिस डेटा को ग्राफ़िकली एनालाइज़ करें, तो दिन 3 के बाद का ड्रॉप एक निश्चित पैटर्न दर्शाता है - यह एक नियमित अवकाशीय डिमांड डिक्रीज़ को दर्शाता है, जिसका कारण जनता की अस्थायी उत्साह चक्र है। लेकिन दिन 7 का अचानक उछाल - यह ट्रेंडिंग सोशल मीडिया कैम्पेन और इंफ्लुएंसर रिव्यूज के नेटवर्क इफेक्ट का परिणाम है।
Kamal Singh
मार्च 8, 2025 AT 08:03इस फिल्म ने मुझे याद दिलाया कि हमारे इतिहास में ऐसे लोग भी रहे जिन्होंने अपनी जान दी, बिना किसी शोहरत के। विक्की कौशल ने उस आत्मा को जीवित कर दिखाया। ये फिल्म सिर्फ एक मनोरंजन नहीं, एक सम्मान है।
Jasmeet Johal
मार्च 9, 2025 AT 09:34230 करोड़ नहीं 180
indra maley
मार्च 9, 2025 AT 11:25क्या हम इतिहास को देख रहे हैं या एक बड़ी कहानी को जो हमें याद दिलाना चाहती है कि कौन हम हैं? ये फिल्म एक आत्म-परिभाषा का प्रश्न है।
Kiran M S
मार्च 11, 2025 AT 07:56इस फिल्म को देखने के बाद लगता है कि बॉलिवुड अब सच्चाई के लिए तैयार है... नहीं, ये तो बस एक और अहंकार का बाजार है। विक्की कौशल तो अच्छे हैं, लेकिन ये फिल्म इतिहास के बजाय जनता के भावों को बेच रही है।
Paresh Patel
मार्च 12, 2025 AT 10:30ये फिल्म बहुत अच्छी है। बहुत बहुत बधाई। इतिहास को इतनी संवेदनशीलता से पेश करने वाली फिल्में आजकल कम ही बन रही हैं। बेशक ये एक बड़ा उपलब्धि है।
anushka kathuria
मार्च 12, 2025 AT 22:39फिल्म के बाद एक शांति बनी रही - जैसे कोई शहीद के लिए श्रद्धांजलि दे रहा हो। यह फिल्म ने मुझे एक अलग दुनिया में ले गया, जहाँ शौर्य और शांति एक साथ रहते हैं।