हेडिंगली में भारत ने 359/3 से शानदार शुरुआत, गिल का निडर शतक और जैसवाल की सेंचुरी

हेडिंगली में भारत ने 359/3 से शानदार शुरुआत, गिल का निडर शतक और जैसवाल की सेंचुरी
19 अक्तूबर 2025 6 टिप्पणि Kaushal Badgujar

जब शुभमन गिल, भारत की टेस्ट टीम के कप्तान और भारतीय ने हेडिंगली में बिना हटे 127 बनाकर टीम को 359/3 तक पहुंचा, तो स्टेडियम की भीड़ की हवा में एक अलग ही ऊर्जा महसूस हुई। यही नहीं, उनके साथी यशस्वी जैसवाल ने भी 110 का शतक बना कर इंग्लैंड के मख्य कप्तान बेन् स्टोक्स को मुश्किल में डाल दिया।

इतिहास की एक झलक और ट्रॉफी की महत्ता

यह मुकाबला टेंडुलकर-एंडरसन ट्रॉफीहेडिंगली क्रिकेट ग्राउंड, लेड्स के तहत आयोजित हुआ, जो 2011 से भारत‑इंग्लैंड के बीच चलती आ रही पाँच‑मैच टेस्ट साखी को और भी रोमांचक बनाता है। इस ट्रॉफी का नाम भारतीय बैटिंग लीजेंड सचिन तेंदुलकर और इंग्लिश तेज़ गेंदबाज़ जेम्स एंडरसन के सम्मान में रखा गया है।

पहले दिन की विस्तृत घटनाक्रम

टॉस के बाद भारत ने पहले बैटिंग का निर्णय लिया। शुरुआती साझेदारी केएल राहुल और यशस्वी जैसवाल ने 91 रन की मजबूत नींव रखी। लंच के अंत में राहुल 41 पर आउट हो गए, जबकि जैसवाल ने 92 बनाकर अपना शतक पूरा किया। बीच के सत्र में बी साई सुधर्सन ने चार गेंदों में डक बना दिया, लेकिन गिल और विस्मयजनक रिशभ पंत ने क्रमशः 127* और 65* बना कर टीम को 359/3 पर समाप्त किया।

इंग्लैंड की प्रतिक्रिया और बैटिंग‑बॉलिंग विश्लेषण

इंग्लैंड की अगली पारी में इंग्लैंड राष्ट्रीय क्रिकेट टीम ने तेज़ गेंदबाज़ी में थोड़ी सी चमक दिखाने की कोशिश की, लेकिन स्टोक्स ने 12 ओवर में केवल 1 विकेट (जैसवाल) ली। यह दर्शाता है कि हेडिंगली की पिच ने उस दिन तेज़ गेंदबाज़ी को उतनी मदद नहीं दी, जैसा अक्सर इंग्लैंड के घरेलू टेस्ट में देखा जाता है। यॉर्कशायर काउंटी क्रिकेट क्लब ने लगभग 16,500 दर्शकों की भीड़ को जगह दी, जो स्टेडियम की क्षमता का 94% है।

प्रभाव और भविष्य की संभावनाएँ

प्रभाव और भविष्य की संभावनाएँ

359 रन का पहला इंट्री सबसे बड़ा है जब से भारत ने 2014 में लार्ड्स में 316/2 बनाया था। इस आंकड़े से स्पष्ट है कि भारतीय बैटिंग लाइन‑अप ने शुरुआती दौर में ही उस समय के सबसे बड़े लीड को हासिल किया है। गिल का 12वाँ टेस्ट शतक और जैसवाल का तीसरा शतक दोनों ही युवा उम्र में बड़ी बात हैं। अगर इस गति को बनाए रखते हैं, तो भारत दूसरे टेस्ट में भी दबाव बना सकता है, जिससे इंग्लैंड को पहले ही दो‑तीन दिन में अपना प्लान बदलना पड़ेगा।

आगामी टेस्ट शेड्यूल और प्रमुख मैच

सीरीज़ के अगले चरण में 28‑30 जून को बर्मिंघम के एडगब्सटन, फिर 4‑8 जुलाई को लंदन के कियो ओवल, 18‑22 जुलाई को मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफ़र्ड और अंत में 26‑30 जुलाई को नॉटिंघम के ट्रेंट ब्रिज में पाँचवें टेस्ट का सामना होगा। प्रत्येक स्थल की पिच अलग‑अलग चुनौती पेश करेगी—एडगब्सटन की सारींगली गेंदबाज़ी से लेकर कियो ओवल की तेज़ गति तक। खिलाड़ियों को अब सिर्फ फ़ॉर्म नहीं, बल्कि विभिन्न परिस्थितियों में अनुकूलन क्षमता दिखानी होगी।

  • मुख्य आकड़े: भारत 359/3, गिल 127*, जैसवाल 110, पंत 65*
  • पहली साझेदारी: 91 रन (जैसवाल‑राहुल)
  • स्थल: हेडिंगली क्रिकेट ग्राउंड, क्षमत् 17,500
  • ट्रॉफी: टेंडुलकर‑एंडरसन ट्रॉफी (5‑मैच सीरीज़)
  • अगला टेस्ट: 28‑30 जून एडगब्सटन

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

भारत के इस स्कोर का इंग्लैंड के इतिहास में क्या महत्व है?

359 रन का पहला इंट्री इंग्लैंड में भारत की अब तक की सबसे बड़ी शुरुआती स्कोर है। यह 2014 के लार्ड्स स्कोर (316/2) को पार कर देता है, जिससे भारतीय टीम को मनोवैज्ञानिक बढ़त मिलती है।

क्या गिल का शतक भारत को आगे की जीत की ओर ले जाएगा?

गिल का निडर शतक टीम को स्थिरता देता है, लेकिन टेस्ट जीत के लिए बॉलर्स को भी उतनी ही प्रभावी प्रदर्शन करना होगा। अगर भारतीय बॉलिंग यूनिट ने इंग्लैंड को सीमित किया, तो जीत की संभावना बड़ी है।

टेंडुलकर‑एंडरसन ट्रॉफी का इतिहास क्या है?

2011 में स्थापित यह ट्रॉफी भारतीय बॅटिंग लीजेंड सचिन तेंदुलकर और इंग्लिश तेज़ गेंदबाज़ जेम्स एंडरसन के नाम पर रखी गई। इसका उद्देश्य दोनों राष्ट्रों के बीच प्रतिस्पर्धा को और रोमांचक बनाना है।

हेडिंगली की पिच को लेकर विशेषज्ञों की क्या राय है?

पिच विशेषज्ञों ने कहा कि इस साल की हेडिंगली पिच तेज़ गेंदबाज़ी के लिए बहुत मददगार नहीं रही, जिससे बैट्समैन को आराम से रन बनाने का मौका मिला। इससे भारतीयों को शुरुआती मैच में फायदेमंद स्थिति मिली।

आगामी टेस्ट में कौन से खिलाड़ियों को प्रमुख भूमिका निभाने की उम्मीद है?

गिल, जैसवाल और पंत को बैटिंग में प्रमुख माना जा रहा है, जबकि बुमराह और सिराज बॉलिंग में अहम रहेंगे। इंग्लैंड की ओर से स्टोक्स और जॉर्ज रूट को मध्य क्रम में भरोसा दिया गया है।

6 टिप्पणि

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    Tuto Win10

    अक्तूबर 19, 2025 AT 19:18

    वा! गिल का 127* वाकई धूम मचा दिया, मैदान की हवा में एक अलग जादू था!!! जैसवाल का शतक भी कमाल का, इंग्लैंड को धूल चटाने का मन बना लिया।

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    Kiran Singh

    अक्तूबर 28, 2025 AT 20:34

    पहले दिन इतना बड़ा स्कोर तो विरोधियों को भी चौंका देता है, लेकिन यह पिच खास थी, इसलिए आँकलन थोड़ा सावधान रखना चाहिए।

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    anil antony

    नवंबर 6, 2025 AT 21:50

    टेस्ट की शुरुआत में इन्ट्री 359/3 है तो बॉलिंग यूनिट ने तुरंत अपना ग्रिप खो दिया, इसका रिस्क मैनेजमेंट फेज़ फेल हो गया। अब बॉलर्स को फैंटेसी स्पिन पर निर्भर रहने की आदत छोड़, सटीक लाइन एंड लेंथ पर काम करना होगा।

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    Aditi Jain

    नवंबर 15, 2025 AT 23:05

    बिना झिझके गिल ने शतक बनाया, इसका मतलब भारत का क्रिकेट गौरव फिर से चमक रहा है। इस जीत से पहले से ही इंग्लैंड को हमारी बैटिंग शक्ति का अंदाज़ा हो गया है।

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    Meenal Khanchandani

    नवंबर 25, 2025 AT 00:21

    गिल का शतक टीम को आत्मविश्वास देता है, लेकिन हमें बॉलर्स को भी उतना ही सम्मान देना चाहिए।

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    Anurag Kumar

    दिसंबर 4, 2025 AT 01:37

    हेडिंगली की पिच इस साल तेज़ गेंदबाज़ी के लिए कम मददगार रही।
    इस वजह से टीमों ने पहले डेज़ में बैटिंग पर ज्यादा भरोसा किया।
    गिल और जैसवाल ने इस पिच के अनुकूल अपनी तकनीक दिखा दी।
    स्टॉक्स की स्पिनरें भी कुछ हद तक असरकारक रही।
    इमामहूँड के पास अभी भी कई उपर्युक्त बॉल्स हैं जो टर्न बना सकते हैं।
    टेस्ट शेड्यूल देख कर लगता है कि एडगब्सटन में फ्लैट पिच होगी।
    कियो ओवल में सिवाय शुरुआती ओवरों के आगे तेज़ रफ़्तार बॉल्स मिल सकते हैं।
    ओल्ड ट्रैफ़र्ड आमतौर पर सॉलिड वीकेंड पर खेला जाता है, इसलिए बॉलर्स को लम्बी लाइन पर काम करना होगा।
    ट्रेंट ब्रिज में मूड बदल सकता है, इसलिए टीम को फ्लेक्सिबिलिटी रखनी चाहिए।
    बॉलिंग लाइन‑अप में बुमराह का स्पिन अभी भी पहिया जैसा घुमता है।
    सिराज की तेज़ गेंदबाज़ी में सिड़ी मूवमेंट है, जो वैरिएशन के साथ अच्छा काम कर सकता है।
    इंग्लैंड की ओर से स्टोक्स और जॉर्ज रूट को मध्य क्रम में भरोसा दिया गया है।
    भारत की फील्डिंग में अभी भी सुधार की जरूरत है, खासकर कैचिंग में।
    यदि टीम बॉलिंग में भी मजबूती दिखाएगी तो सीरीज का संतुलन भारत के पक्ष में होगा।
    आगामी मैचों में पिच रीडिंग और प्लेइंग इंटेंशन का सही मिश्रण ही जीत दिला सकता है।

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