जेम्स एंडरसन ने विदाई भाषण में विराट कोहली के साथ महाकाव्य प्रतिद्वंद्विता को याद किया

जेम्स एंडरसन ने विदाई भाषण में विराट कोहली के साथ महाकाव्य प्रतिद्वंद्विता को याद किया
13 जुलाई 2024 6 टिप्पणि Kaushal Badgujar

जेम्स एंडरसन ने विराट कोहली के साथ प्रतिद्वंद्विता पर बात की

इंग्लैंड के महान गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने अपने विदाई भाषण में भारतीय क्रिकेट के दिग्गज विराट कोहली के साथ अपने महाकाव्य प्रतिद्वंद्विता को याद किया। एंडरसन ने इस पर चर्चा की कि कैसे वर्षों के दौरान कोहली के खिलाफ उनका नजरिया बदला। उन्होंने शुरुआती दिनों में महसूस किया कि वे कोहली को हर गेंद पर आउट कर सकते हैं, लेकिन हाल के समय में उन्हें कोहली को आउट करने में संघर्ष का सामना करना पड़ा, जिसने उन्हें अपने खेल के प्रति आलोचनात्मक बनाया।

प्रतिद्वंद्विता की शुरुआत

2014 में शुरुआत हुई इस प्रतिद्वंद्विता में जेम्स एंडरसन ने विराट कोहली को दस टेस्ट मैचों में पांच बार आउट किया था। एंडरसन का कहना था कि उस समय कोहली को आउट करना उनके लिए आसान था और उनके गेंदबाज साथी भी इसे मानते थे। हालांकि, 2016 में जब इंग्लैंड भारत दौरे पर आई, तो कोहली ने अपने शानदार प्रदर्शन से टीम को मुश्किल में डाल दिया। पांच टेस्ट मैचों की उस श्रृंखला में कोहली ने जिस तरह एंडरसन और इंग्लैंड की टीम के खिलाफ बल्लेबाजी की, उसका उल्लेख करना अनिवार्य है।

कोहली की वापसी और प्रदर्शन

कोहली की वापसी और प्रदर्शन

2018 में विराट कोहली ने लगभग 700 रन बनाए और एंडरसन एक भी बार उन्हें आउट नहीं कर सके। यह एंडरसन के करियर के महत्वपूर्ण क्षणों में से एक था, जब उन्होंने महसूस किया कि कोहली अब केवल एक बल्लेबाज नहीं, बल्कि एक चुनौती बन चुके हैं। उनके संघर्ष ने उन्हें और मजबूत बनाया और उनकी प्रतिद्वंद्विता को और गहरा कर दिया।

2021 की श्रृंखला

2021 की श्रृंखला में जेम्स एंडरसन ने दो बार विराट कोहली को आउट किया। इसके बाद, एंडरसन ने कहा कि कोहली को आउट करना उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण था और यह उनको उस संघर्ष का सम्मान देता था जो उन्होंने वर्षों से किया था। कोहली की वतन पर खेले गए श्रृंखला में बेहतरीन प्रदर्शन ने इंग्लैंड टीम को चुनौती दी थी, लेकिन एंडरसन ने अपने अनुभव का पूरा फायदा उठाया।

एंडरसन की भावनाएं

एंडरसन की भावनाएं

अपनी विदाई भाषण में जेम्स एंडरसन ने कहा कि कोहली को आउट करना उनके करियर के सबसे खास पल में से एक है। उन्होंने कहा कि कोहली के विकेट का मोल सिर्फ रन रोकने से नहीं था, बल्कि यह एक गर्व का मसला था, जिस तरह से कोहली के आउट होने पर उनकी खुशी दर्शायी देती थी। एंडरसन ने कहा कि उन्होंने कोहली के वही उत्साह देखा था जो वह खुद महसूस करते थे।

एंडरसन का यह विदाई भाषण क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में गहरे उतर गया, क्योंकि यह दो महान खिलाड़ियों की भावनाओं और संघर्ष को व्यक्त करता है। उनकी यह प्रतिद्वंद्विता क्रिकेट की दुनिया में एक सुनहरे अध्याय के रूप में याद की जाएगी। इस प्रतिद्वंद्विता ने दिखाया कि कैसे खेल के प्रति प्रेम और सम्मान एक सच्चे खेल भावना को जगाता है।

6 टिप्पणि

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    Aniket Jadhav

    जुलाई 14, 2024 AT 14:16

    bro james ne toh kohli ko 2014 mei 5 baar out kiya tha, lekin 2018 mei 700 runs bana diye aur ek bhi wicket nahi liya... yehi toh cricket ka magic hai na?

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    Renu Madasseri

    जुलाई 15, 2024 AT 06:56

    It's beautiful how rivalry turns into respect. I remember watching Kohli bat in England in 2014-he looked so young, so nervous. But by 2021, he was standing there like a mountain. James didn't just bowl to him, he battled him. And that's why this moment hits so deep.

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    Kajal Mathur

    जुलाई 16, 2024 AT 01:51

    One must acknowledge the linguistic and cultural dissonance in this narrative. The romanticization of athletic rivalry as 'epic' is a Western construct, and its transplantation onto Indian cricketing ethos feels performative rather than authentic. Kohli's dominance was not a 'challenge' to be overcome-it was a recalibration of excellence.

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    Archana Dhyani

    जुलाई 17, 2024 AT 21:13

    James didn't just get wickets-he got *emotions*. I cried when he finally dismissed Kohli in 2021. Not because it was statistically significant, but because it was the culmination of a decade-long silent conversation between two warriors who never shook hands but understood each other better than anyone else in the game. The way Kohli walked back after that lbw... he knew. And James knew he knew. That's not sport. That's poetry written in sweat and dust.

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    rudraksh vashist

    जुलाई 19, 2024 AT 13:35

    ye toh bas ek bhai ki baat hai... james ne kohli ko out kiya toh khush hua, kohli ne runs banae toh sab khush... cricket ka yahi toh maza hai na? koi na koi jeeta, koi na koi haar gaya... par dono hi jeet gaye.

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    Anoop Joseph

    जुलाई 19, 2024 AT 15:20

    James ne jo kaha, woh sach hai. Kohli ko out karna sirf wicket nahi, ek pura samman tha. Aur ab jab wo retire ho rahe hain, toh ye yaad aati hai ki cricket sirf runs aur wickets nahi, balki logon ke dilon ki dhadkan hai.

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