लौरा वॉलवर्ड्ट के नेतृत्व में साउथ अफ्रीका ने महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 की 15‑सदस्यीय स्क्वाड घोषित की

लौरा वॉलवर्ड्ट के नेतृत्व में साउथ अफ्रीका ने महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 की 15‑सदस्यीय स्क्वाड घोषित की
7 अक्तूबर 2025 19 टिप्पणि Kaushal Badgujar

जब लौरा वॉलवर्ड्ट, कप्तान साउथ अफ्रीका महिला क्रिकेट टीम ने आधिकारिक रूप से 15‑सदस्यीय स्क्वाड की घोषणा की, तब ही लोग समझ पाए कि विश्व कप 2025 में किस टीम को पहली बार खिताब जीतने की उम्मीद की जा रही है।

यह घोषणा ICC महिला क्रिकेट विश्व कप 2025भारत और श्रीलंका के लिए हुई, जहाँ टूरनमेंट 30 सितंबर से शुरू होगा। दक्षिण अफ्रीका की टीम, जिसे अक्सर "प्रोटेज़" कहा जाता है, इस प्रतियोगिता में अपनी पहली जीत के लिए तैयार है।

पृष्ठभूमि और चयन प्रक्रिया

पिछले कुछ महीनों में कोचिंग स्टाफ ने कई प्रशिक्षण कैंप और घरेलू टूर्नामेंट आयोजित किए। उन सत्रों में खिलाड़ियों की फॉर्म, फिटनेस और टीम संतुलन को बारीकी से जांचा गया। चयनकर्ता ने कहा, "हम चाहते थे कि हर खिलाड़ी अपनी भूमिका स्पष्ट रूप से समझे और टीम की लचीलापन को देखें।"

इस प्रक्रिया में 30 के करीब खिलाड़ियों को शॉर्टलिस्ट किया गया, लेकिन अंततः 15 मुख्य खिलाड़ी और एक रिज़र्व – मियाने स्मिट – चुने गए। चयन में अनुभव को अत्यधिक महत्व दिया गया, इसलिए कई लंबी अंतरराष्ट्रीय अवधि वाले खिलाड़ी फिर से टीम में शामिल हुए।

टीम में मुख्य खिलाड़ी और उनका प्रदर्शन

सामने के क्रम में लौरा वॉलवर्ड्ट के साथ अक्सर तज़मिन ब्रिट्स का खुला जोड़ा दिखता है। वह दोनों अब तक 24 एक-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय में 1,271 रन का साझेदारी बना चुके हैं, औसत 52.95।

दाएँ ओर मैरिज़ानne कैप की ऑल‑राउंडर क्षमता टीम की गहराई को दर्शाती है। वह पिछले 2 वर्षों में 30+ विकेट और 800+ रनों से अपनी दोहरी भूमिका को सिद्ध कर चुकी हैं।

पीछे की पंक्तियों में सुने लूस और नोनकुलुके मिलाबा जैसे तेज़ गेंदबाजों की तेज़ी से प्रतिद्वंद्वी टीम को दबाव में लाने की उम्मीद है।

उल्लेखनीय रूप से पूर्व कप्तान Dane van Niekerk को इस बार टीम में जगह नहीं मिली, हालांकि उन्होंने अपना सेवानिवृत्ति उलट कर फिर से खेलना शुरू किया था। यह चयन में एक बड़ा सरप्राइज़ था और इस पर कई विशेषज्ञों ने बहस की।

क़ीमती साझेदारी: वॉलवर्ड्ट‑ब्रिट्स

क़ीमती साझेदारी: वॉलवर्ड्ट‑ब्रिट्स

वॉलवर्ड्ट‑ब्रिट्स की जोड़ी ने 2022 विश्व कप के बाद से सबसे भरोसेमंद ओपनिंग जोड़ी का ख़िताब अपने पास रखा है। उनकी साझेदारी का औसत 52.95 है, जो महिला ODI इतिहास में शीर्ष 5 में आती है।

कोच ने कहा, "उनकी समझदारी और खेल ज्ञान टीम को शुरुआती दबाव से बचाता है, जिससे मध्य‑क्रम के खिलाड़ी अपनी भूमिका पहचान पाते हैं।"

वास्तव में, पिछले टूरनमेंट में इस जोड़ी ने 300‑से‑350 रन की तेज़ शुरुआत की, जिससे टीम को पहले 50 ओवर में 200‑250 पृष्ठभूमि मिलती है।

रणनीति और प्रतिस्पर्धी विश्लेषण

प्रोटेज़ का मुख्य रणनीतिक फोकस दो बातों पर टिका है: बॉलर्स की विविधता और मध्य‑क्रम की फाइनिंग। कैप और लूस दोनों ही बैट्समैन और बॉलर दोनों हैं, इसलिए अगर पिच धीमी हो तो वे लचीलापन दिखा सकते हैं।

न्यूज़लीज़ के अनुसार, भारत, इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड जैसी टीमें इस टूर्नामेंट में मजबूत हैं। दक्षिण अफ्रीका की टीम को अपने फ़ील्डिंग मानकों को और ऊँचा उठाने की ज़रूरत है, क्योंकि पिछले विश्व कप में उन्होंने कई महत्त्वपूर्ण फिल्डिंग चैंसिस खो दिए थे।

पहला मैच गुवाहाटी (Assam) में 3 अक्टूबर को इंग्लैंड के खिलाफ होगा। फिर इंदौर (Madhya Pradesh) में न्यूज़ीलैंड और अंत में विशाखापत्तनम (Andhra Pradesh) में मेजबान भारत के खिलाफ खेला जाएगा। इन शहरों के पिच डिटेल्स को ध्यान में रखते हुए टीम ने अपने बॉलर्स में केमिंग करने की योजना बनाई है।

आगे के कदम और संभावित प्रभाव

आगे के कदम और संभावित प्रभाव

स्क्वाड की घोषणा के बाद ही टीम ने दो महीने के विस्तृत प्री‑टूर्नामेंट क्लिनिकल सत्र शुरू कर दिए हैं। सरकार और निजी प्रायोजकों से मिलने वाली वित्तीय सहायता ने तैयारियों को तेज़ किया है।

यदि प्रोटेज़ जीत हासिल करती है, तो यह न केवल महिलाओं के खेल में दिशा बदल देगा, बल्कि दक्षिण अफ्रीका में महिला क्रिकेट की लोकप्रियता को भी नया उछाल देगा। स्थानीय युवा लड़कियों के लिए रोल मॉडल बनकर यह सफलता असीम प्रेरणादायक होगी।

अंत में, कोच ने कहा, "हमारी यात्रा अभी शुरू हुई है, लेकिन हमें विश्वास है कि एकजुटता, अनुभव और युवा ऊर्जा के मिश्रण से हम इतिहास रच सकते हैं।"

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

वॉलवर्ड्ट‑ब्रिट्स की जोड़ी क्यों इतनी प्रभावी मानी जाती है?

उनकी साझेदारी ने पिछले तीन वर्षों में औसत 52.95 रन प्रति ओपनिंग बनाकर महिला ODI में शीर्ष स्तर पर खुदको स्थापित किया है। यह स्थिरता शुरुआती ओवर में सदी से अधिक रन बनाने की सम्भावना देती है, जिससे मध्य‑क्रम के बल्लेबाजों को दबाव मुक्त खेलने का मौका मिलता है।

दुर्दम्य खिलाड़ी डेन वैन नीकेर्क को क्यों नहीं चुना गया?

सेवनिवृत्ति उलट कर फिर से खेलने के बाद भी डेन के फॉर्म में निरंतरता नहीं दिखी। चयन समिति ने इस बात को माना कि टीम को एक संतुलित और वर्तमान फ़ॉर्म वाले समूह की ज़रूरत है, इसलिए उन्होंने युवा और फिट विकल्पों को प्राथमिकता दी।

साउथ अफ्रीका के पहले विश्व कप जीतने पर क्या असर होगा?

पहली जीत देश में महिला क्रिकेट की लोकप्रियता को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगी, संभावित प्रायोजन की बढ़ोतरी होगी और युवा लड़कियों को खेल में भाग लेने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। यह सामाजिक स्तर पर लैंगिक समानता के प्रमोशन में भी मददगार साबित होगा।

गुवाहाटी, इंदौर और विशाखापत्तनम में पिच की स्थितियां कैसे हैं?

गुवाहाटी में अक्सर धीमी और ग्रासियो पिच मिलती है, जो स्पिन बॉलरों को फायदा देती है। इंदौर की पिच तेज़ और रफ़ है, जो तेज़ गेंदबाजों के लिये अनुकूल है। विशाखापत्तनम की पिच मिश्रित होती है, जहाँ शुरुआती ओवर में सेवन पर असर कम और मिड‑ओवर में स्पिन का प्रयोग ज़्यादा कारगर रहता है।

अगले विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका की प्रमुख चुनौती क्या होगी?

सबसे बड़ी चुनौती खुले हुए पिच पर निरंतर प्रदर्शन बनाए रखना और फ़ील्डिंग में चूक न करना है। साथ ही, बैटिंग क्रम में निरंतरता रखनी होगी ताकि रनों का निरंतर प्रवाह बना रहे, विशेषकर मजबूत टीमों जैसे भारत और इंग्लैंड के खिलाफ।

19 टिप्पणि

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    Ashish Singh

    अक्तूबर 7, 2025 AT 05:22

    देश के गौरव को बढ़ाते हुए दक्षिण अफ्रीका की महिला क्रिकेट टीम ने अपनी पहली विश्व कप जीत की महा आकांक्षा जता दी है; यह हमें भी अपने खेल बुनियाद को सुदृढ़ करने का संदेश देती है, यह उल्लेखनीय कदम हमारी राष्ट्रीय भावना को पुनः जागृत करता है, जिससे युवा वर्ग में खेल के प्रति प्रेरणा पनपेगी। यह प्रकार के बड़े आयोजन हमारे देश की अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा को भी सुदृढ़ करेंगे।

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    ravi teja

    अक्तूबर 7, 2025 AT 16:08

    वाह, क्या टीम है! लौरा वॉलवर्ड्ट और तज़मिन ब्रिट्स की जोड़ी वाकई में धमाकेदार लगती है, उम्मीद है कि इस बार दक्षिण अफ्रीका को जीत मिल जाएगी।

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    Harsh Kumar

    अक्तूबर 8, 2025 AT 02:53

    बहुती उत्साहित हूँ 😃⚡️ टीम का चयन शानदार है, ये युवा ऊर्जा और अनुभवी खिलाड़ियों का मिश्रण जीत की राह पर ले जाएगा! सभी को शुभकामनाएँ।

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    Abhishek Agrawal

    अक्तूबर 8, 2025 AT 13:39

    क्या बात है, आपकी इस राष्ट्रवादी टोन को पढ़कर ऐसा लगता है जैसे सभी को एक ही ध्वज के नीचे झुकना ही चाहिए!!! लेकिन क्रिकेट तो खेल है, न कि राजनीति; टीम की जीत को सिर्फ भारतीय सन्दर्भ में देखना थोड़ा अजीब नहीं लगता?!!!

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    Sunil Kumar

    अक्तूबर 9, 2025 AT 00:25

    सही कहा, लेकिन ध्यान देने की जरूरत है कि पिच की परिस्थितियों के अनुसार गेंदबाजों की विविधता ही जीत की कुंजी होगी। अगर बॉलर्स स्पिन और फ़ास्ट दोनों में संतुलन बनाएँ तो मध्य क्रम के बल्लेबाजों को आराम मिलेगा। यह विश्लेषण आपको मदद करेगा, आशा है कि टीम इस बात पर विचार करेगी।

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    Ananth Mohan

    अक्तूबर 9, 2025 AT 11:10

    ध्यान दें कि फिटनेस और मैदान पर फील्डिंग दोनों में सुधार करना आवश्यक है ताकि छोटी-छोटी चांसिस न चूके। टीम को इन पहलुओं पर काम करके अपना प्रदर्शन ऊँचा उठाना चाहिए।

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    Raja Rajan

    अक्तूबर 9, 2025 AT 21:56

    नोट सही है। बॉलर्स को विविध होना चाहिए। फील्डिंग पर भी ध्यान।

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    Atish Gupta

    अक्तूबर 10, 2025 AT 08:42

    स्ट्रैटेजिकली, यदि प्रोटेज़ अपनी वैरिएबल बॉलिंग ऑप्शन्स को टेम्पो के साथ उपयोग करती है तो वे बैंटम में राइनफोर्समेंट प्राप्त कर सकते हैं। स्पिन-फ़ास्ट कॉम्बो की इंटीग्रेशन से मिड‑ओवर्स में कंट्रोल बनाए रखना संभव होगा, जिससे बैटमैन्स पर प्रेशर कम होगा। इस तरह की टैक्टिकल डिप्लॉयमेंट से टीम को क्लाइमेक्स में एडवांटेज मिलेगा।

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    Aanchal Talwar

    अक्तूबर 10, 2025 AT 19:28

    मुझको लगता है की वॉलवर्ड्ट‑ब्रिट्स की जोड़ी बहुत ही बधिया है, और वो 300‑350 रन बना के टीम को निचोड़ लेगी।

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    Neha Shetty

    अक्तूबर 11, 2025 AT 06:13

    सच्ची टीमवर्क वही होती है जहाँ हर खिलाड़ी अपने रोल को समझता है और उसे पूर्णतः निभाता है। जब लौरा और तज़मिन मैदान में प्रवेश करते हैं, तो यह ऊर्जा दर्शकों तक भी फैलती है। इसी सामंजस्य से ही बड़े टुर्नामेंट में स्थिरता आती है। इसलिए हम सभी को उम्मीद है कि इस सकारात्मक ऊर्जा को वे आगे भी बनाए रखें और युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बनें।

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    Apu Mistry

    अक्तूबर 11, 2025 AT 16:59

    आह, जब आप बिलकुल सही बात कह रहे हैं, तो मैं सिर्फ़ देखता हूँ कैसे ये सब भावनाओं का जाल बन जाता है, फिर भी हम सब इस उत्सुकता में फँस जाते हैं, जैसे कोई अंधा रोशनी की तलाश में।

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    uday goud

    अक्तूबर 12, 2025 AT 03:45

    अविश्वसनीय! इस चयन प्रक्रिया में जो तंदरुस्ती और फॉर्म दिखी है-वह वास्तव में बेजोड़ है!!! क्या टीम ने अपनी रणनीति में इस स्तर की बारीकी से विचार किया है? यह देखना जिज्ञासु है कि कैसे विभिन्न पिचेज़ पर वे अपनी बॉल्स को कस्टमाइज़ करेंगे!!!

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    bhavna bhedi

    अक्तूबर 12, 2025 AT 14:30

    चलो, टीम को पूरी ताकत से सपोर्ट करें और उन्हें अपने दिल से प्रेरित हों। ये जीत सिर्फ उनका नहीं, हम सभी की होगी.

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    AMRESH KUMAR

    अक्तूबर 13, 2025 AT 01:16

    साउथ अफ्रीका की जीत से हम सबको गर्व होना चाहिए :)

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    ritesh kumar

    अक्तूबर 13, 2025 AT 12:02

    क्या आपको नहीं लगता कि इस जीत के पीछे कुछ गुप्त षड्यंत्र है? संभवतः कुछ बड़े खेल एजेंटों का हाथ हो सकता है जो हमारी राष्ट्रीय टीम को कमजोर दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।

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    Surya Banerjee

    अक्तूबर 13, 2025 AT 22:47

    टिम को बेस्ट ऑफ लक, इनकी तैयारी काफी सॉलिड लग रही है और यकीनन प्ले में अच्छा परफ़ॉर्म करेंगे।

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    Parul Saxena

    अक्तूबर 14, 2025 AT 09:33

    पहला, इस स्क्वाड की घोषणा ने भारतीय दर्शकों में बेहद उत्साह भर दिया है।
    दूसरा, जैसा कि हम सब जानते हैं, महिला क्रिकेट अब अपनी पहचान बना रही है और इस तरह के बड़े मंच पर दक्षिण अफ्रीका की उपस्थिति एक प्रेरणा स्रोत है।
    तीसरा, लौरा वॉलवर्ड्ट की कप्तानी का अनुभव टीम को मानसिक मजबूती देगा, जिससे तनावपूर्ण स्थितियों में शांत रहना आसान होगा।
    चौथा, तज़मिन ब्रिट्स के साथ उनकी साझेदारी वन्य और विश्वसनीय है, जो किसी भी शॉर्ट-फॉर्म मैच में उच्च स्कोर की संभावना रखती है।
    पाँचवाँ, मैरिज़ाने कैप की ऑल‑राउंडर क्षमता को देखते हुए, वह न केवल विकेट ले सकती है बल्कि मध्य क्रम के बैट्समैन को स्थिरता भी दे सकती है।
    छठा, युवा तेज़ गेंदबाज सुने लूस और नोनकुलुके मिलाबा को भी मौका मिलता है, जो गति और स्विंग दोनों में माहिर हैं।
    सातवाँ, इस चयन में अनुभवी खिलाड़ी का संतुलन बना रहे तो टीम में नेतृत्व की भावना बनी रहेगी।
    आठवाँ, इस टुर्नामेंट की पिचेज़ विविध हैं, इसलिए बॉलर्स को अपने रेंज को अनुकूलित करना होगा।
    नौवाँ, भारत, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड जैसी टीमें भी मजबूत हैं, इसलिए रणनीति में लचीलापन आवश्यक है।
    दसवाँ, फिल्डिंग में सुधार के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए गए हैं, जिससे महत्त्वपूर्ण चांसिस नहीं छूटेंगे।
    ग्यारहवाँ, यदि टीम अपना फॉर्म बनाए रखती है, तो यह पहले ही चरण में कुछ मैच जीत सकती है।
    बारहवाँ, इस जीत से न केवल खिलाड़ियों को बल्कि पूरे दक्षिण अफ्रीका में महिला खेल को नई पहचान मिलेगी।
    तेरहवाँ, युवा लड़कियों के लिए यह रोल मॉडल बनकर नई पीढ़ी को प्रेरित करेगा।
    चौदहवाँ, सरकार और प्रायोजकों की फंडिंग ने तैयारियों को तेज़ किया है, जिससे टीम के पास बेहतर संसाधन हैं।
    पन्द्रहवाँ, अंत में, एकजुटता और दृढ़ निश्चय से ही यह टीम इतिहास रचेगी और विश्व कप की ऊँचाइयों को छुएगी।

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    Rajnish Swaroop Azad

    अक्तूबर 14, 2025 AT 20:19

    टीम को सफलता मिले।

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    jyoti igobymyfirstname

    अक्तूबर 15, 2025 AT 07:05

    ओह माय गॉड! इस स्क्वाड को देख के दिल धड़क रहा है, जज्बा क्या कहे!?

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