ऑस्ट्रेलिया ने भारत को महिला ODI में दिया 122 रन से करारी शिकस्त
दिस॰, 8 2024ऑस्ट्रेलिया ने शानदार प्रदर्शन से सील की सीरीज
ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम ने भारत के खिलाफ दूसरे वनडे में शानदार जीत दर्ज की। इस जीत ने उन्हें 2-0 की अजेय बढ़त दिलाई। 8 दिसंबर 2024 को ब्रिस्बेन के ऐलन बॉर्डर फील्ड पर खेले गए इस मुकाबले में, ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और एक विशाल 371/8 का स्कोर खड़ा किया। यह स्कोर महिला ODI में भारत के खिलाफ उनका अब तक का सबसे बड़ा स्कोर था।
जॉर्जिया वोल और एलीसे पैरी ऑस्ट्रेलिया की तरफ से सितारे बनकर उभरे। दोनों ने शानदार शतक लगाए, जहां वोल ने 101 रन बनाए और पैरी ने 105 रन बनाकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। उनके इस शानदार प्रदर्शन ने भारतीय गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दीं। एलीसे पैरी का यह अनुभव और वोल की युवा ऊर्जा से बनी जोड़ी भारतीय गेंदबाजों के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हुई।
भारत के सामने था विशाल लक्ष्य
ऑस्ट्रेलिया के 372 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। टीम की बल्लेबाजी कभी भी स्थिर नहीं रही और निरंतर विकेट गिरते रहे। स्मृति मंधाना, जो कि टीम की महत्वपूर्ण बल्लेबाज हैं, सस्ते में आउट हो गईं। इससे टीम को बड़ा झटका लगा।
कप्तान हरमनप्रीत कौर और जेमिमा रोड्रिग्स के बीच एक छोटी साझेदारी हुई, जिसने टीम को कुछ राहत दी, लेकिन वे भी टीम को जीत की ओर नहीं ले जा सके। रिशा घोष को प्रोमोट करके पारी की शुरुआत दिलाई गई, जिन्होंने अर्धशतक जरूर जमाया लेकिन उनकी पारी टीम को जीत की दिशा नहीं दे सकी।
भारतीय पारी की कोशिशें और चुनौतियाँ
भारतीय टीम की ओर से मिन्नू मणि का प्रदर्शन निर्णायक पारी में भी दिलचस्प रहा। उन्होंने 45 गेंदों पर नाबाद 46 रन बनाए। हालांकि, टीम को यह पारी सिर्फ हार के मार्जिन को कम करने तक मदद कर पाई। गेंदबाजी में जहाँ टी20 स्टार दीप्ती शर्मा का विकेट लेना टीम के लिए राहत की बात रही, वहीँ संघ का प्रदर्शन उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा।
इस हार से भारतीय टीम को आने वाले मुकाबलों में अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करना होगा। टीम को अपनी बल्लेबाजी में भी सुधार की जरूरत है, ताकि वे बड़े स्कोर के दबाव में आसानी से पारी संभाल सकें। गेंदबाजी में अनुभव और बदलाव की जरूरत भी महसूस की जा रही है।
आगे की राह
भारत को इस हार से सीख लेते हुए अपनी कमजोरियों पर ध्यान देना होगा। आक्रामक बल्लेबाजी और सधी हुई गेंदबाजी के माध्यम से ही टीम को आने वाले मैचों में सफल होना होगा। ऑस्ट्रेलिया ने दिखा दिया कि क्यों वह विश्व की सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक है। भारतीय टीम को अपने संयोजन और सामरिक दृष्टिकोण को मजबूत करने की आवश्यकता होगी।
सीरीज का अगला मैच अब भारतीय टीम के लिए गर्व के लिए खेलने का अवसर होगा। टीम आत्मविश्लेषण के बाद अगर सही संयमित योजना के साथ मैदान में उतरती है, तो यह अनुभव उनके लिए भविष्य की सीरीज में बहुत कारगर साबित हो सकता है।