एयर क्वालिटी इंडेकक्स क्या है? आसान समझ और उपाय
जब भी मौसम के ऐप या समाचार में "AQI" दिखता है, तो इसका मतलब है वायु क्वालिटी इंडेक्स। यह संख्या बताती है कि हवा में कण, धुएँ और गैसें कितनी तेज़ी से हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती हैं। अगर आप इस नंबर को समझते हैं, तो आप जल्दी से तय कर सकते हैं कि बाहर जाना सुरक्षित है या नहीं।
AQI का स्केल और क्या मतलब है
एयर क्वालिटी इंडेक्स 0 से 500 तक चलता है। 0‑50 = साफ़ हवा, कोई खास समस्या नहीं। 51‑100 = मध्यम, बुजुर्ग या अस्थमा वाले लोगों को थोड़ा सावधान रहना चाहिए। 101‑200 = खराब, इस रेंज में धूंध या ट्रैफ़िक जाम वाले शहरों में अक्सर देखा जाता है। 201‑300 = बहुत खराब, बच्चों और बुजुर्गों को बाहर नहीं निकलना चाहिए। 301‑500 = ख़तरनाक, डॉक्टर की सलाह जरूरी है। इस स्केल को याद रखिए, इससे रोज़ के फैसले आसान हो जाएंगे।
AQI सुधारने के आसान उपाय
आप खुद भी हवा को थोड़ी बेहतर बना सकते हैं। सबसे पहले, घर के अंदर एअर प्यूरीफ़ायर या पौधे लगाएँ; ये कार्बन डाइऑक्साइड और छोटे कणों को कम करते हैं। बाहर जाते समय अगर AQI 150 से ऊपर है, तो मास्क पहनें—एन-95 या उसकी बराबर का मास्क सबसे बेहतर रहेगा। कार चलाने के बजाय साइकिल या पब्लिक ट्रांसपोर्ट से यात्रा करें, इससे ट्रैफ़िक से निकले कण कम होते हैं।
सर्दियों में किचन में घी या तले हुए खाने की जगह स्टिमिंग या ग्रिलिंग अपनाएँ। ये खाना बनाते समय निकलने वाले धुएँ को घटाता है। अगर आपके इलाके में कोई औद्योगिक धुएँ वाला प्लांट है, तो स्थानीय निकायों से शिकायत करें—कई बार सरकार रेत या हरे बाड़े लगाकर हवा को साफ़ कर देती है।
एक और छोटा कदम: अपने घर की खिड़कियां सुबह-सवेरे और देर शाम खुली रखें। इस समय वायु दाब कम रहता है, इसलिए बाहर की धुंध घर में नहीं घुसती। अगर आप वॉटर प्रोटेक्टेड विंडोज़ का इस्तेमाल करते हैं, तो इनको हफ्ते में एक बार साफ़ करें, नहीं तो धूल जमा हो जाती है और हवा को दुषित कर देती है।
ध्यान रखें, AQI सिर्फ एक नंबर नहीं, बल्कि आपके स्वास्थ्य का संकेत है। इसे नियमित रूप से चेक करना और छोटे-छोटे बदलाव अपनाना आपके और आपके परिवार के लिए बड़ा अंतर लाता है। रोज़ एक मिनट निकाल कर AQI देखें, सही मास्क पहनें, और साफ़ हवा में सांस लें। यही सरल तरीका है वायु क्वालिटी को बेहतर बनाने का।