हार्ट अटैक क्या है? लक्षण, कारण और तुरंत क्या करें
अगर आपका सीना अचानक सीने में दबाव या सुई जैसी सेंस हो रही है, तो यह हार्ड अटैक का संकेत हो सकता है। कई बार लोग इसे सिर्फ थकाव मान लेते हैं, लेकिन सच में दिल को रक्त नहीं पहुँच रहा होता। इसलिए, छोटे-छोटे संकेतों को नजरंदाज न करें, क्योंकि समय पर चेक‑इन जान बचा सकता है।
हार्ट अटैक के सामान्य लक्षण
सबसे आम लक्षण में तेज़, चुभता या जकड़ता दर्द शामिल है, जो बाएँ हाथ, जबड़े, गर्दन या पीठ में फैल सकता है। साथ ही, सांस फूलना, पसीना आना, उल्टी या हल्की बेहोशी भी हो सकती है। कुछ लोगों को तो दर्द नहीं भी महसूस होता, बस थकान और असहजता रह जाती है। अगर इनमें से दो या तीन लक्षण एक साथ दिखें, तो तुरंत एमरजेंसी सर्विस को कॉल करें।
हार्ट अटैक से बचाव के आसान उपाय
रोकथाम का सबसे बड़ा हथियार है जीवनशैली में छोटे‑छोटे बदलाव। धूम्रपान छोड़ें, रोज़ाना कम से कम 30 मिनट तेज़ चलना या साइकिल चलाना शुरू करें। जंक फूड और ओवर‑सॉल्टेड चीज़ कम खाएँ, फल और सब्ज़ी को थाली में आधा बनाएँ। रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल और शुगर को नियमित रूप से जांचें; अगर कोई असामान्यता दिखे तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
स्ट्रेस भी दिल के लिए बड़ा खतरा है। काम या घर की परेशानियों को हल्के‑फुल्के तरीकों से संभालें—ध्यान, योग या संगीत सुनना मददगार रहता है। पर्याप्त नींद लेना और शराब का सेवन सीमित करना भी फायदेमंद है।
अगर आपके परिवार में किसी को हार्ट अटैक रहा है, तो आपको खुद को और भी सतर्क रखना चाहिए। डॉक्टर से मिलकर लाइफस्टाइल प्लान बनवाएँ और अगर डॉक्टर ने कोई दवा लिखी हो तो उसे समय पर लेना न भूलें।
अंत में, याद रखें कि हार्ट अटैक अचानक नहीं, कई बार छोटे‑छोटे संकेतों के बाद आता है। इसलिए, शरीर की आवाज़ सुनें, लक्षणों को इंकार न करें और तुरंत मेडिकल मदद लें। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर आप न सिर्फ हार्ट अटैक का जोखिम घटा सकते हैं, बल्कि पूरे शरीर को बेहतर बना सकते हैं।