जेम्स एंडरसन: England के तेज़ी से चलते लेग स्पिनर की कहानी
अगर आप क्रिकेट के फैंस हैं तो जेम्स एंडरसन का नाम सुनते ही दिमाग में तेज़ी से घूमते गेंदों की छवि बनती है। वो सिर्फ एक लेग स्पिनर नहीं, बल्कि वह बॉलर्स हैं जिन्होंने अपनी रेंज और सटीकता से टेस्ट क्रिकेट में कई यादगार मोड़ बनाए हैं।
कैसे शुरू हुई जेम्स की क्रिकेट यात्रा
जेम्स ने अपना अंतरराष्ट्रीय करियर 2014 में इंडिया के खिलाफ किया। शुरुआती मैचों में उन्होंने अपने डॉपिंग डिलिवरी और भिन्न-भिन्न बॉल फ्लाइट से सभी को चौंका दिया। पहली ही सीरीज़ में उन्होंने 3 विकेट लिए और जल्द ही टीम में अपनी जगह बना ली।
उनका सबसे बड़ा फायदा है उनकी वाकिफ़ी – वो बॉल के गति को बदलते हुए बल्लेबाज को असहज कर देते हैं। चाहे वो तेज़ डिलीवरी हो या धीमी स्लो बॉल, जेम्स हमेशा स्ट्राइक रेंज में रहकर प्रतिद्वंद्वी को अटकाते हैं।
रैंकिंग, रिकॉर्ड और कुछ यादगार क्षण
जेम्स ने अब तक 45 टेस्ट मैच खेले हैं और 215 विकेट लिए हैं, जो एक लेग स्पिनर के लिये बहुत बड़ी उपलब्धि है। उनका बेस्ट बॉलिंग इनिंग 9/75 इंग्लैंड के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में थी, जहाँ उन्होंने मैच का पैरा पलट दिया।
एक और खास मोमेंट है 2022 में इंग्लैंड बनाम भारत के टेस्ट में उनका स्पिन जॉज। जब भारत ने 250 रन का लक्ष्य रखा था, जेम्स ने 4 विकेट लेके भारत को हिला दिया। इस जीत से इंग्लैंड की टेस्ट जीत की स्ट्रिंग में 5 लगातार जीतें जुड़ गईं।
उनकी सबसे बड़ी ताकत है उनकी लचीलापन। जब पिच धीमी हो या तेज़, वो दोनों तरह की पिचों पर अच्छा खेलते हैं। यही वजह है कि कई कोच उन्हें ‘मल्टी-फेसेटेड बॉलर’ कहते हैं।
जेम्स की फिटनेस रूटीन भी काफी कड़ी है। वह हर दिन 2 घंटे जिम में वर्कआउट करते हैं और अपने मैनेजर्स के साथ मिलकर स्पिन का अभ्यास करते हैं। यह ही कारण है कि 30 की उम्र में भी वह अपनी तेज़ी और सटीकता को बरकरार रख पाए हैं।
अगर आप अगले टेस्ट में इंग्लैंड को सपोर्ट करना चाहते हैं, तो जेम्स एंडरसन की नई बॉल को देखना न भूलें। उनका हर ओवर एक नई कहानी लिखता है – कभी रोमांचक, कभी भयावह, पर हमेशा यादगार।
तो, अगले मैच में जब जेम्स एंडरसन खेत में कदम रखेगा, तो देखें कि कैसे वह अपना लेग स्पिन जादू बिखेरते हुए बल्लेबाजों को चकित करता है। इस तरह के खिलाड़ी ही क्रिकेट को इतना रोमांचक बनाते हैं।