तमिलनाडु में उप मुख्यमंत्री बने उदयनिधि स्टालिन; शपथ ग्रहण में चार अन्य मंत्री शामिल

तमिलनाडु में उप मुख्यमंत्री बने उदयनिधि स्टालिन; शपथ ग्रहण में चार अन्य मंत्री शामिल
29 सितंबर 2024 14 टिप्पणि Kaushal Badgujar

तमिलनाडु में उप मुख्यमंत्री बने उदयनिधि स्टालिन

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के बेटे, 45 वर्षीय उदयनिधि स्टालिन को राज्य का नया उप मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया है। इस नियुक्ति के साथ ही उदयनिधि अब योजना और विकास विभाग के लिए भी जिम्मेदार होंगे। पहले वे युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री के रूप में कार्यरत थे। इस नियुक्ति की घोषणा रविवार, 29 सितंबर, 2024 को चेन्नई में राज भवन में आयोजित एक शपथ ग्रहण समारोह में की गई थी।

कैबिनेट फेरबदल और नई नियुक्तियां

मुख्यमंत्री स्टालिन द्वारा किए गए इस व्यापक कैबिनेट फेरबदल के तहत चार अन्य विधायकों को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। इन विधायकों में वी सेंथिल बलाजी, डॉ. गोवी चैझियान, आर राजेन्द्रन, और एसएम नासर शामिल हैं।

नए मंत्रियों की प्रोफाइल

  • वी सेंथिल बलाजी - जिनको हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में जमानत दी थी, वे अब बिजली, निषेध और उत्पाद शुल्क मंत्री बने हैं। उन्होंने पहले मई 2021 से जून 2023 तक इसी पद पर काम किया था।
  • डॉ. गोवी चैझियान - अब उच्च शिक्षा मंत्री हैं, जिन्होंने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
  • आर राजेन्द्रन - पर्यटन मंत्री के तौर पर शपथ ली, जिनका पर्यटन क्षेत्र में गहरा अनुभव है।
  • एसएम नासर - अल्पसंख्यक कल्याण और अप्रवासी तमिल कल्याण मंत्री के रूप में नियुक्त किए गए हैं।
पूर्व मंत्रियों की बर्खास्तगी

पूर्व मंत्रियों की बर्खास्तगी

इस कैबिनेट फेरबदल में तीन मंत्रियों को भी उनकी जिम्मेदारियों से मुक्त किया गया है। इनमें दिमाग को थंगराज (दूध और डेयरी विकास मंत्री), गिंजी केएस मस्तान (अल्पसंख्यक कल्याण और अप्रवासी तमिल कल्याण मंत्री), और के रामचंद्रन (पर्यटन मंत्री) शामिल हैं।

पोर्टफोलियो का पुनर्वितरण

इस फेरबदल में अन्य मौजूदा मंत्रियों के विभाग भी पुनः विभाजित किए गए हैं। के पोनमुडी अब वन मंत्री बन गए हैं, सिवा वी मैयानाथन को पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री का पद मिला है, और एन कयाल विजी सेल्वराज को मानव संसाधन प्रबंधन मंत्री बनाया गया है। एम मातिवेंथन को आदी द्रविड़ और जनजातीय कल्याण मंत्री का पद सौंपा गया है, जबकि आरएस राजाकनप्पन को दूध और डेयरी विकास मंत्री और खादी और ग्रामोद्योग मंत्री नियुक्त किया गया है। थानगाम थेनारासु को उनके वित्त और पुरातत्व विभाग के अतिरिक्त पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन विभाग भी सौंपा गया है।

विपक्ष की आलोचना

विपक्ष की आलोचना

उदयनिधि स्टालिन को उप मुख्यमंत्री बनाए जाने पर भाजपा और अन्नाद्रमुक ने आलोचना की है, इसे 'वंशवाद' की राजनीति का उदहारण बताया गया है। भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला और अन्नाद्रमुक नेता कोवई सत्यन ने कहा कि इस नियुक्ति से द्रमुक को 2026 के विधानसभा चुनावों में नुकसान हो सकता है।

इस कैबिनेट फेरबदल ने तमिलनाडु की राजनीति में एक नया मंझर खड़ा कर दिया है। द्रमुक सरकार द्वारा किए गए इस बदलाव का प्रभाव आगामी विधानसभा चुनावों पर देखने लायक होगा।

14 टिप्पणि

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    Priyanshu Patel

    सितंबर 30, 2024 AT 20:19
    ये तो बस राजनीति का खेल है। बेटे को उप मुख्यमंत्री बनाया गया, बाकी सब तो बस डेकोरेशन हैं।
    कोई नया विचार नहीं, सिर्फ नाम बदले।
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    Gaurav Singh

    अक्तूबर 1, 2024 AT 07:42
    इस तरह की नियुक्तियों से लोगों को लगता है कि राजनीति अब वंशानुक्रम का खेल बन गई है
    क्या उदयनिधि ने कभी किसी बड़े प्रोजेक्ट का नेतृत्व किया है या बस अपने पिता के नाम से चल रहे हैं
    ये जो बिजली वाला है जिसे सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दी थी वो भी वापस आ गया
    क्या ये सब नियुक्तियां जनता के लिए हैं या सिर्फ एक परिवार के लिए
    मैंने देखा है जब बड़े लोग अपने बच्चों को अपनी जगह देते हैं तो देश उनके नाम के साथ नहीं बल्कि उनकी अक्षमता के साथ डूब जाता है
    हमें नेता चाहिए जो कर सकें न कि जो जन्म से योग्य हों
    ये सब बस एक नाटक है जिसमें सब अभिनय कर रहे हैं
    लेकिन जनता नहीं भूलती और न ही भूलने देती
    2026 के चुनाव में ये सब गिनती में आएगा
    हमें नेता चाहिए जो बात करें और करें न कि बस नाम बदलें
    क्या कोई यहां एक असली योग्यता के आधार पर नियुक्ति देख पाता है
    मैं नहीं देख पा रहा
    ये सब बस एक नाम का खेल है
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    ashish bhilawekar

    अक्तूबर 3, 2024 AT 02:46
    अरे भाई ये तो बिल्कुल जंगली बाजार वाला नया डिज़ाइन है भाई
    पिता का नाम लेकर बेटा बैठ गया तो अब सब तैयार है
    बिजली वाला जिसे कोर्ट ने जमानत दी वो वापस आ गया भाई
    क्या ये राजनीति है या कोई स्टूडियो शूटिंग
    मैंने तो सोचा था कि तमिलनाडु में कुछ नया आएगा
    पर देखो ये तो पुरानी बात फिर से चल रही है
    बस नाम बदल दिए और सब ठीक है
    मैं तो बस देख रहा हूं कि अब कौन अपनी बेटी को नियुक्त करेगा अगला
    क्या अब बेटी भी उप मुख्यमंत्री बन जाएगी
    अगर ये जारी रहा तो अगली पीढ़ी में बच्चे जन्म से मंत्री होंगे
    मैं तो बस रो रहा हूं
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    Vishnu Nair

    अक्तूबर 4, 2024 AT 05:36
    इस फेरबदल में एक गहरा गुप्त व्यवस्था छिपी है जिसे आम जनता नहीं देख पा रही
    उदयनिधि स्टालिन की नियुक्ति एक बहुत ही जटिल नेटवर्क का हिस्सा है जिसमें आर्थिक शक्तियां और राजनीतिक लोबीज शामिल हैं
    जब वी सेंथिल बलाजी को बिजली मंत्री बनाया गया तो ये एक अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा कंसोर्टियम के साथ एक अनौपचारिक समझौते का हिस्सा था
    उनके मनी लॉन्ड्रिंग केस में जमानत देना एक ट्रांसिशनल एक्शन था जिसका उद्देश्य एक गुप्त डिजिटल करेंसी सिस्टम को लॉन्च करना था
    डॉ. गोवी चैझियान की उच्च शिक्षा मंत्री नियुक्ति एक बड़े एआई-आधारित शिक्षा नेटवर्क की शुरुआत का संकेत है जो राज्य के सभी छात्रों के दिमाग को रिमोटली मॉनिटर करेगा
    एसएम नासर को अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बनाने का मतलब है कि अब ये जानकारी एक डेटा बेस में एकत्रित होगी जिसे एक अंतरराष्ट्रीय निगरानी संगठन के साथ शेयर किया जाएगा
    पर्यटन मंत्री के बदलाव में भी एक गुप्त अंतरराष्ट्रीय टूरिस्ट ट्रैकिंग सिस्टम की शुरुआत हो रही है जो भ्रमण करने वालों के व्यवहार को विश्लेषित करेगा
    ये सब एक बड़े नियंत्रण नेटवर्क का हिस्सा है जिसका नेतृत्व एक अदृश्य शक्ति कर रही है
    मैंने अपने दोस्त से जो राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी में काम करता है उससे ये जानकारी मिली है
    ये सब बस शुरुआत है
    अगले छह महीने में तमिलनाडु में एक नया डिजिटल अधिकारिक अधिनियम आएगा जिसके तहत सभी नागरिकों के व्यवहार को एक एआई बॉट द्वारा रियल टाइम में स्कोर किया जाएगा
    ये नियुक्तियां बस इसका आधार हैं
    तुम जो देख रहे हो वो सिर्फ सतह है
    नीचे बहुत कुछ छिपा है
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    Kamal Singh

    अक्तूबर 5, 2024 AT 23:05
    अगर हम इसे अच्छे तरीके से देखें तो ये नियुक्तियां कुछ नया नहीं हैं
    लेकिन ये एक मौका है कि तमिलनाडु की राजनीति में नए लोगों को अवसर मिले
    वी सेंथिल बलाजी को बिजली मंत्री बनाने का मतलब है कि उन्हें एक दूसरा मौका दिया गया है
    क्या हम उनकी गलतियों को भूल नहीं सकते
    हां नहीं
    लेकिन क्या हम उनकी सीख को भी नजरअंदाज कर दें
    डॉ. गोवी चैझियान के पास उच्च शिक्षा में अनुभव है
    उनके लिए ये एक अच्छा पद है
    और एसएम नासर को अल्पसंख्यक कल्याण का पद देना एक बहुत बड़ा कदम है
    हमें इन लोगों को समर्थन देना चाहिए
    अगर हम उन्हें अपनी आलोचनाओं से दूर कर देंगे तो फिर कौन आएगा
    राजनीति में नए लोगों को अवसर देना जरूरी है
    हमें उन्हें गलतियां करने की छूट देनी चाहिए
    और उनकी सफलताओं को बढ़ावा देना चाहिए
    ये सिर्फ एक नियुक्ति नहीं है
    ये एक नई शुरुआत का संकेत है
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    Jasmeet Johal

    अक्तूबर 7, 2024 AT 05:26
    वंशवाद नहीं तो क्या है
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    Shreyas Wagh

    अक्तूबर 8, 2024 AT 09:12
    ये नियुक्ति एक नए युग की शुरुआत है
    एक ऐसे युग की जिसमें राजनीति का नेतृत्व वंश के आधार पर होगा
    और जनता उसे स्वीकार कर लेगी
    क्योंकि अब नेता बनने के लिए योग्यता नहीं बल्कि नाम चाहिए
    ये नए नेता नहीं हैं
    ये नाम हैं
    और नाम अब ताकत हैं
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    Pinkesh Patel

    अक्तूबर 8, 2024 AT 21:10
    ये सब बस एक नाटक है जिसमें सब अभिनय कर रहे हैं
    उदयनिधि ने क्या किया है जो उसके पिता ने नहीं किया
    क्या वो बस एक नाम है जो अब बड़ा हो गया
    हम लोगों को बस एक नाम का फर्जी भरोसा दिया जा रहा है
    ये सब बस एक धोखा है
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    Abdul Kareem

    अक्तूबर 10, 2024 AT 08:27
    मुझे लगता है कि इस नियुक्ति के पीछे एक गहरा राजनीतिक विचार है
    क्या ये वाकई वंशवाद है या ये एक राजनीतिक स्थिरता का तरीका है
    क्या ये नए लोगों को अवसर देने का एक तरीका है
    मैं इसे समझने की कोशिश कर रहा हूं
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    Namrata Kaur

    अक्तूबर 10, 2024 AT 17:02
    बस इतना कहना है कि उदयनिधि को एक मौका दो
    हो सकता है वो अच्छा काम कर दे
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    indra maley

    अक्तूबर 12, 2024 AT 07:09
    क्या नेतृत्व सिर्फ नाम से आता है
    या ये एक जिम्मेदारी है जिसे बनाया जाता है
    हम इसे देख रहे हैं लेकिन क्या हम इसे समझ रहे हैं
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    Kiran M S

    अक्तूबर 14, 2024 AT 01:16
    ये तो बहुत ही स्पष्ट है
    जब एक परिवार ने राजनीति को अपनाया है तो उसका नेतृत्व उसके वंश में ही रहना चाहिए
    अन्यथा ये सिस्टम टूट जाएगा
    हमें अपने विरोध को भूलना चाहिए
    और अपने नेताओं का समर्थन करना चाहिए
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    Paresh Patel

    अक्तूबर 14, 2024 AT 21:29
    हमें उदयनिधि को एक मौका देना चाहिए
    हो सकता है वो बहुत अच्छा काम कर दे
    हमें उम्मीद रखनी चाहिए
    और उनकी कोशिशों को समर्थन देना चाहिए
    हर नए नेता को एक शुरुआत का मौका चाहिए
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    anushka kathuria

    अक्तूबर 16, 2024 AT 07:22
    इस नियुक्ति के पीछे राजनीतिक रणनीति है। वंशवाद का आरोप लगाना आसान है, लेकिन इसके परिणामों का विश्लेषण जरूरी है। राज्य की स्थिरता और निरंतरता अहम है।

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