इंग्लैंड महिला टीम ने 10 विकेट से दक्षिण अफ्रीका को हराया, वर्ल्ड कप 2025 में तेज़ शुरुआत

इंग्लैंड महिला टीम ने 10 विकेट से दक्षिण अफ्रीका को हराया, वर्ल्ड कप 2025 में तेज़ शुरुआत
4 अक्तूबर 2025 19 टिप्पणि Kaushal Badgujar

जब नैट स्कीवर‑ब्रंट, कप्तान इंग्लैंड महिला क्रिकेट टीम ने टॉस जीतकर पहले फ़ील्ड किया, तो बहुतों को अंदाज़ा नहीं था कि यह रणनीति उन्हें "10 विकेट" की शानदार जीत दिलाएगी। 3 अक्टूबर 2025 को उत्तर‑पूर्व भारत के असम राज्य के गुवाहाटी में स्थित बार्सापारा क्रिकेट स्टेडियम में हुए इस मैच में इंग्लैंड ने दक्षिण अफ्रीका महिला क्रिकेट टीम (प्रोटेज़) को एक ही विकेट नहीं गिराते हुए चेज़ पूरा कर ली। यह मैच आईसीसी वुमेन्स क्रिकिट वर्ल्ड कप 2025विश्वव्यापी के चौथे क्रमांक के मैच के रूप में दर्ज किया गया था, और स्थानीय समय के अनुसार 02:30 बजे शुरू हुआ।

पृष्ठभूमि: इंग्लैंड की महिला टीम की हाल की स्थिति

पिछले दो साल में इंग्लैंड महिला क्रिकेट टीम ने टेस्ट, ODI और T20 में स्थिर प्रदर्शन किया था, लेकिन 2024 के एशिया टूर में कुछ असंगतियां सामने आई थीं। फिर भी टीम ने अपने बैटिंग कोड और फील्डिंग पर बहुत काम किया, जिससे इस बार के विश्व कप में रणनीतिक बदलाव की उम्मीद थी। कप्तान स्कीवर‑ब्रंट ने पहले ही कहा था कि इस टूर्नामेंट में टीम के पास कई ऑल‑राउंडर नहीं हैं, इसलिए "दुर्लभ रूप से" दो सिम (सीमर्स) और तीन स्पिनर के संतुलन पर भरोसा किया गया है। यह योजना, जिसे कई विश्लेषकों ने "सही‑समय पर सही घोड़े की सवारी" कहा, आज की जीत में अपना रंग दिखा रही थी।

मैच विवरण: गेंदबाज़ी से शुरू, फिर बिन्‍दु‑बिना‑पैडल की धावा

सुरूआती ओवरों में इंग्लैंड की दो तेज़ सिमर - हेलेना टेलेरिक और जेसिका निकोल्स - ने दक्षिण अफ्रीका की ओपनिंग बैट्समैन को लगातार दबाव में रखा। टेलेरिक ने पहले ओवर में 3.wicket ली, जबकि निकोल्स ने लगातार दो विकेटों के साथ दांव को उलट दिया। स्पिनर सिन्गी-ऑडिज़ो ने मध्य ओवर में रफ़्तार घटा दी, जिससे दक्षिण अफ्रीका 45/5 पर रुक गया। अंततः 35 ओवरों में टीम ने केवल 84 रन बनाकर अपनी इनिंग समाप्त कर ली।

जब इंग्लैंड ने पिच पर दोनो के लिए मंच तैयार किया, तो खुली शॉट्स की बजाय सुरक्षित रनों की तलाश में रही। ओपनर बेला बोगाबली ने पहले ओवर में 30 रन बिना कोई wickets खोए बना लिये, और साथ में एना ट्रायन ने समन्वित साझेदारी के साथ लक्ष्य को 5-ओवर में ही पार कर लिया। दोनो ने मिलकर 60+ रन बनाकर टीम को एक तेज़, बिना जोखिम वाले चेज़ की राह पर ले गए। इस चमकते प्रदर्शन को देखकर टिप्पणीकारों ने "इंग्लैंड का बास्केट‑बॉल जैसा खेल" कहा, क्योंकि उन्होंने लगातार 4-6 रनों के शॉट्स की भरमार बनाई।

मुख्य आवाज़ें: कप्तान, कोच और विश्लेषकों की प्रतिक्रिया

मैच के बाद स्कीवर‑ब्रंट ने बताया, "हमें टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करने का मौका मिला, और हमने अपने प्लान को पूरी तरह लागू किया। दो सीमर और तीन स्पिनर ने हमें नियंत्रण दिया, जिससे हम बिना किसी हिचकिचाहट के लक्ष्य तक पहुँच पाए।"

इंग्लैंड के प्रमुख कोच जॉन मैडन ने कहा कि "हमारी बैटिंग लाइन‑अप को कई सालों की मेहनत का फल मिला है। बोगाबली‑ट्रायन की साझेदारी ने दिखा दिया कि हम कबाबस्टिक के साथ चल सकते हैं, बिना जोखिम उठाए।" दक्षिण अफ्रीका की कप्तान डेनिज़ स्मिथ ने निराशा जताते हुए कहा, "हमारी गेंदबाज़ी ने हमें उम्मीद दिलाई, लेकिन बैटिंग में हमने अपना मिडियन नहीं दिखा। योजना तो सही थी, पर एग्ज़िक्यूशन में कमी रही।" आपसी सम्मान के साथ दोनों टीमों ने बताया कि अगला मैच बहुत अहम होगा।

परिणाम एवं भविष्य के लिए महत्व

10‑विकेट जीत के साथ इंग्लैंड ने ग्रुप ए में अपने शुरुआती दो अंक सुरक्षित कर लिए। अब टीम को केवल एक और जीत की जरूरत होगी ताकि वे टॉप दो में निश्चित हो जाएँ और क्वार्टर‑फाइनल में सीधे उतर सकें। दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका को जॉर्जिया में होने वाले अगले मैच में अपनी स्थिति सुधारनी होगी, अन्यथा उन्हें एलीमिनेशन का सामना करना पड़ सकता है।

जुड़ाव का यह मैच एशिया‑पैसिफिक क्षेत्र में महिला क्रिकेट के विकास को भी उजागर करता है। गुवाहाटी का बार्सापारा स्टेडियम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उच्च मानकों का है, और यहां की पिच ने तेज़ बॉल और स्पिन दोनों को संतुलित रूप से खेला। इस कारण यह कहा जा सकता है कि "इंग्लैंड की रणनीति ने इस पिच की विशेषताओं को भली‑भांति समझा"।

आगे क्या है? अगले चरण के प्रमुख मैच और संभावनाएँ

इंग्लैंड का अगला टास्क है ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ मुकाबला, जो अपनी घरेलू पिच में तेज़ बॉल के साथ प्रसिद्ध है। यदि इंग्लैंड अपनी स्पिनर‑डॉमिनेटेड योजना को जारी रखता है, तो यह एक नई चुनौती होगी, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया की टॉप‑ऑर्डर हमेशा तेज़ बॉल के खिलाफ़ अच्‍छी खेलती है। दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका को वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ़ मैच में अपने बैटिंग को पुनर्गठित करने का मौका मिलेगा। इस दौर में प्रयोगशीलता और लचीलापन ही जीत की कुंजी बनेंगे।

इतिहास के साथ तुलना: 2022 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड की स्थिति

2022 के वर्ल्ड कप में इंग्लैंड ने भी शुरुआती मैच जीतकर टॉप पर जगह बनाई थी, परन्तु मध्य में आए हार ने उन्हें क्वार्टर‑फाइनल के बाहर ले आया। इस बार टीम ने "ऑल‑राउंडर की कमी" को स्पष्ट रूप से स्वीकार किया और दो सीमर‑तीन स्पिनर की विशेषता को अपनाया। यह बदलाव दर्शाता है कि टीम ने पिछले अनुभवों से सीख ली है और अब रणनीतिक प्रयोग में अधिक आत्मविश्वास दिखा रही है।

  • मुख्य अंक: इंग्लैंड ने 84 रन बनाकर 10‑विकेट से जीत हासिल की।
  • बॉलिंग प्रमुख: हेलेना टेलेरिक (2 विकेट), जेसिका निकोल्स (2 विकेट)।
  • बैटिंग साझेदारी: बेला बोगाबली और एना ट्रायन (62 रन)।
  • स्थान: बार्सापारा क्रिकेट स्टेडियम, गुवाहाटी, असम, भारत।
  • इवेंट: ICC Women’s Cricket World Cup 2025 (Match 4)।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

इंग्लैंड की जीत को किस कारण सबसे ज्यादा महत्व दिया जा रहा है?

यह जीत इंग्लैंड की नई बॉलिंग रणनीति को प्रमाणित करती है – दो तेज़ सिमर और तीन स्पिनर का संतुलन, जिससे उन्होंने पहली ही इनिंग में विरोधी को नीचे दबाया और फिर बिना विकेट खोए लक्ष्य हासिल किया। इस सफलता से टीम को ग्रुप चरण में आत्मविश्वास मिलता है और क्वार्टर‑फाइनल में सीधे जगह मिलने की संभावना बढ़ती है।

दक्षिण अफ्रीका को अब कैसे सुधार करना चाहिए?

कोचेस ने बताया कि बॉलिंग तो ठीक थी, पर बैटिंग में टॉप ऑर्डर को स्थिर पैराने की जरूरत है। अगली मैच में उन्हें सिंगल‑स्ट्राइक पर ध्यान देना होगा, ताकि तेज़ प्रारंभिक रनों की कमी न रहे और कॉन्ट्रॉल्ड चेज़ का मौका मिले।

बार्सापारा स्टेडियम की पिच ने किस प्रकार का खेल संभव किया?

पिच दोनों प्रकार की गेंदबाज़ी – तेज़ सिमर और स्पिन – के लिए संतुलित थी। शुरुआती ओवर में तेज़ बॉल ने गति में कमी लाई, जबकि मध्य में घिसी हुई पिच पर स्पिनरों ने टर्न ली। इसलिए इंग्लैंड की दो‑तीन स्पिनर योजना यहाँ विशेष रूप से फ़ायदेश्वर रही।

आगामी मैच में इंग्लैंड को किस टीम का सामना करना पड़ेगा?

इंग्लैंड का अगला टास्क ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ है, जो अपनी घरेलू पिच में तेज़ बॉल के लिए जाना जाता है। इस कारण इंग्लैंड को अपने स्पिनरों के साथ साथ तेज़ बॉलरों को भी सक्रिय करना पड़ेगा, ताकि वे ऑस्ट्रेलिया की टॉप‑ऑर्डर को चुस्त-चुत कर सकें।

19 टिप्पणि

  • Image placeholder

    Neha xo

    अक्तूबर 4, 2025 AT 00:44

    क्या चीज़ है, इंग्लैंड ने सौगा‑सौगा बॉलिंग प्लान से दक्षिण अफ्रीका को चकमा दे दिया।
    टॉस जीतने के बाद फील्डिंग में पहला कदम उठाना सही था।
    दो तेज़ सिमर और तीन स्पिनर की कॉम्बिनेशन ने शुरुआती ओवर में दबाव बना दिया।
    हेलेना टेलेरिक की पहली ओवर में मिली.wicket ने टीम का मोमेंटम बदल दिया।
    जेसिका निकोल्स ने भी दो लगातार.wicket लिये और विरोधी की रीड बना दी।
    मध्य ओवर में स्पिनर सिन्गी‑ऑडिज़ो ने पिच की घिसी हुई सतह को अच्छे से इस्तेमाल किया।
    दक्षिण अफ्रीका सिर्फ 84 रन बनाकर अपनी इनिंग खत्म कर गई, जो कि बहुत कम है।
    इंग्लैंड की ओपनर बोगाबली ने बिना विकेट खोए 30 रन बनाए, जो कि कोई भी टीम जाने नहीं चाहती।
    एना ट्रायन ने तुरंत साझेदारी को बढ़ाया और 60 से ज्यादा रनों की साझेदारी बनाई।
    इस हिट‑एंड‑रन एटैक्ट ने मैच को 10 विकेट से जीत में बदल दिया।
    यह जीत इंग्लैंड की नई रणनीति को साबित करती है कि दो सिमर और तीन स्पिनर का संतुलन काम करता है।
    अब टीम को ग्रुप‑स्टेज में सिर्फ एक और जीत चाहिए टॉप‑टू टॉप पहुँचने के लिए।
    कोच जॉन मैडन भी कहते हैं कि इस प्लान ने टीम का आत्मविश्वास बढ़ा दिया है।
    दक्षिण अफ्रीका की कप्तान ने कहा कि बॉलिंग तो ठीक थी लेकिन बैटिंग में पैर नहीं पड़ पाया।
    अगला मैच ऑस्ट्रेलिया का होगा, जहाँ तेज़ बॉल की बहुत जरूरत होगी।
    उम्मीद है कि इंग्लैंड का स्पिनर‑डॉमिनेटेड प्लान ऑस्ट्रेलिया की पिच पर भी काम करेगा।

  • Image placeholder

    Rahul Jha

    अक्तूबर 4, 2025 AT 20:11

    बिलकुल सही कहा 🙌 टीम ने प्लान फॉलो किया और जीत गई 🤩 टॉस से फील्डिंग का फायदाअा मिला 😎

  • Image placeholder

    Gauri Sheth

    अक्तूबर 5, 2025 AT 15:37

    इंग्लैंड का प्लान तो बिलकुल फिट रहा लेकिन अफ्रीका की बॅटिंग में बहुत कमज़ोरी थी।

  • Image placeholder

    om biswas

    अक्तूबर 6, 2025 AT 11:04

    क्या बात है, इंग्लैंड ने दिखा दिया कि सही प्लान से कोई भी टीम धैषो को मार सकती है।
    दक्षिण अफ्रीका ने तो बस बॉलिंग दिखायी, बॅटिंग में बिनती नहीं थी।
    इस जीत से साफ़ हो गया कि तेज़ सिमर ही नहीं, लेकिन स्पिनर्स को भी सही ढंग से इस्तेमाल करना चाहिए।
    अगर हमारी भारतीय टीम भी ऐसा खेले तो वर्ल्ड कप में टॉप पर आ जाएगी।
    कोच जॉन मैडन ने कहा था, पर वो तो बस बोली थे, असली काम तो खिलाड़ी करे।
    बेला बोगाबली और एना की साझेदारी को देख के तो दिल खुश हो गया।
    लेकिन मैं कहूँगा, अगर अफ्रीका ने अपने बॉलर्स को और तेज़ किया होता तो मामला अलग होता।
    इस मैच में इंडियन फैन बेस को भी गर्व महसूस करना चाहिए कि यह महिला क्रिकेट का स्तर बढ़ रहा है।
    अब अगले मैच में इंग्लैंड को ऑस्ट्रेलिया के सामने अपनी रणनीति को और पॉलिश करना पड़ेगा।

  • Image placeholder

    sumi vinay

    अक्तूबर 7, 2025 AT 06:31

    बिल्कुल सही कहा आपने, टीम ने प्लान फ्लो किया और जीत पक्की हो गई।
    हमें ये देख कर भी खुशी होती कि बोगाबली की बॅटिंग इतने confidence से चली।
    अगले मैच में भी अगर इसी तरह balance रखे तो कोई भी टीम टॉप में नहीं रह पाएगी।
    थोड़ा practice के बाद स्पिनर्स को और अधिक variation देना चाहिए।
    लेकिन अभी के लिए तो चीजें super हैं।

  • Image placeholder

    Anjali Das

    अक्तूबर 8, 2025 AT 01:57

    इंग्लैंड की जीत दिखाती है कि सिमर‑स्पिनर का सही mix कितना असरदार है, अफ्रीका को अब अपनी बॅटिंग पर काम करना पड़ेगा

  • Image placeholder

    Dipti Namjoshi

    अक्तूबर 8, 2025 AT 21:24

    यह देखना दिल को छू लेने वाला है कि कैसे एक रणनीति सामाजिक संरचना की तरह संतुलित हो सकती है।
    दो तेज़ सिमर और तीन स्पिनर का मिश्रण बॉलिंग के दो पहलुओं-शक्ति और नज़ाकत-को सम्मिलित करता है।
    जैसे सांस्कृतिक विविधता में विभिन्न भाषाएँ एक साथ रहती हैं, वैसे ही इस टीम में विभिन्न कौशल एक साथ खेलते हैं।
    बैट्समैनों पर लगातार दबाव बनाना मानसिक थकान का कारण बनता है जो उनका खेल बिगाड़ देता है।
    बोगाबली और एना की साझेदारी ने दिखाया कि विश्राम के बाद भी निरंतरता संभव है।
    इस दिग्बुद्धि को हम जीवन में भी लागू कर सकते हैं-सेट बैलेंस्ड लक्ष्य और निरंतर प्रयास।
    पिच की विशेषताओं को समझना और उसका उपयोग करना किसी भी कलाकार की तरह महत्वपूर्ण है।
    इंग्लैंड ने पिच के दोनों पहलुओं-तेज़ बॉल और स्पिन-का उपयोग करके जीत हासिल की।
    दक्षिण अफ्रीका की टीम ने बॉलिंग में तो अच्छा किया लेकिन बैटिंग में असंतुलन दर्शाया।
    इस असंतुलन को सुधारने के लिए उन्हें तकनीकी training की आवश्यकता है।
    भारतीय दर्शकों को भी इस प्रकार की रणनीतिक क्रिकेट से सीख मिल सकती है।
    हमें अपने घरेलू खिलाड़ियों को भी ऐसी संतुलित कौशल विकसित करने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
    भविष्य में यदि हम इस तरह की विविधता को अपनाएँ तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।
    समग्र रूप से, इस मैच ने दिखाया कि रणनीति, तैयारी और आत्मविश्वास का संगम जीत की कुंजी है।
    आशा है कि बाकी टीमें भी इस से प्रेरित होकर अपनी योजनाओं में सुधार करेंगी।

  • Image placeholder

    Prince Raj

    अक्तूबर 9, 2025 AT 16:51

    इस मैच में हमने देखा कि bowling unit ने high‑impact over‑cycle लागू किया।
    दो fast‑pacers ने early‑phase में wicket‑cluster बना दिया।
    स्पिनर्स ने middle‑phase में turnover rate को बढ़ाया।
    बैटिंग में opening partnership ने run‑rate को exponential रूप से बढ़ाया।
    कुल मिलाकर, resource‑allocation मॉडल सफल रहा।
    अगला मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ tactical adaptability की परीक्षा होगी।
    अगर हम current‑form को maintain कर पाएँ तो quarter‑final में easy entry होगी।
    टीम का fielding efficiency भी benchmark level पर था।

  • Image placeholder

    Gopal Jaat

    अक्तूबर 10, 2025 AT 12:17

    सच में, इस जीत ने सबको चौंका दिया।
    जैसा कि आप सभी ने कहा, योजना बिल्कुल बरोबर थी।
    अब हमें बस अगली चुनौती को भी इसी तरह सँभालना है।

  • Image placeholder

    UJJAl GORAI

    अक्तूबर 11, 2025 AT 07:44

    वाकई में, इंग्लैंड ने दिखा दिया कि कितना "ग़ौरतलब" है रणनीति का पालन।
    दक्षिण अफ्रीका की बॅटिंग तो जैसे "पैपरहाउस" में दिखी।
    क्या बतायें, दो सिमर और तीन स्पिनर का mix तो जैसे "सामरिक जादू" था।
    पिच के बारे में तो गवर्नर भी आश्चर्यचकित हो गए।
    अगला मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ होगा, तो देखते हैं क्या तब भी "ड्रामा" बना रहेगा।
    वैसे, मैं कहूँगा कि इस जीत ने क्रिकेट के समीक्षकों को "धक्का" दिया।
    अंत में, केवल एक ही बात स्पष्ट है – तैयारी ही सबकुछ है।

  • Image placeholder

    Satpal Singh

    अक्तूबर 12, 2025 AT 03:11

    आप बिल्कुल सही कह रहे हैं, रणनीति ने ही मैच का स्वर निर्धारित किया।
    बॉलिंग और बैटिंग के बीच संतुलन को देखते हुए टीम ने शानदार प्रदर्शन किया।
    इस जीत से टीम का मनोबल भी बढ़ेगा।
    हम सभी को इस सफलता पर गर्व है।
    आशा है कि भविष्य में भी ऐसी ही टीम भावना बनी रहे।
    धन्यवाद।

  • Image placeholder

    Devendra Pandey

    अक्तूबर 12, 2025 AT 22:37

    मैं मानता हूँ कि जीत अच्छी है लेकिन यह सिर्फ रणनीति नहीं बल्कि मौके की भी भूमिका है।
    कभी‑कभी टॉस जीतना और शुरुआती फील्डिंग जीत की दिशा तय कर देती है।
    लेकिन अगर बॉलर फॉर्म गिर जाए तो रणनीति भी बेकार है।
    इसलिए मैं कहूँगा कि हम इस जीत को पूरी तरह से हल्के में नहीं लेना चाहिए।
    अगले मैच की तैयारी में हमें अधिक गहरी विश्लेषण करनी होगी।

  • Image placeholder

    manoj jadhav

    अक्तूबर 13, 2025 AT 18:04

    सहमत हूँ, आपकी बातों में कई महत्वपूर्ण बिंदु हैं, विशेषकर रणनीति की सटीकता, बॉलर्स की फॉर्म, और पिच की अनुकूलता, सभी मिलकर परिणाम को प्रभावित करते हैं, इसलिए हमें इन पहलुओं को फिर से देखना चाहिए, और अगले मैच में यही ध्यान रखना चाहिए।

  • Image placeholder

    saurav kumar

    अक्तूबर 14, 2025 AT 13:31

    इंग्लैंड ने साबित कर दिया कि योजना पर कार्य करना जीत दिलाता है।
    अफ्रीका को अपनी बैटिंग सुधारनी होगी।

  • Image placeholder

    Ashish Kumar

    अक्तूबर 15, 2025 AT 08:57

    यह जीत केवल एक मैच नहीं, एक बयान है। टीम ने दिखाया कि आत्मविश्वास और तैयारी का क्या महत्व है। अब अगला चरण और भी कठिन होगा, लेकिन हमें भरोसा है कि हम आगे बढ़ेंगे।

  • Image placeholder

    Pinki Bhatia

    अक्तूबर 16, 2025 AT 04:24

    भाईयों और बहनों, इस जीत से दिल बहुत खुश हो रहा है। महिला क्रिकेट के खिलाडियों ने दिखाया कि मेहनत और टीमवर्क से क्या हासिल किया जा सकता है। बोगाबली और एना की साझेदारी को देखकर लगा जैसे दो दिल एक धड़कन में धड़क रहे हों। हमें उनके इस उत्साह को आगे भी सपोर्ट करना चाहिए। साथ ही, दक्षिण अफ्रीका की टीम को भी बधाई, उन्होंने अच्छा बॉलिंग किया। उम्मीद है कि अगले मैचों में भी ऐसा ही रोमांच बना रहेगा।

  • Image placeholder

    NARESH KUMAR

    अक्तूबर 16, 2025 AT 23:51

    वाह! क्या शानदार जीत 🙌 यह सबके लिए एक प्रेरणा है 🌟 टीम को बधाई 🎉 चलो, आगे भी ऐसे ही जोश के साथ खेलें!

  • Image placeholder

    Purna Chandra

    अक्तूबर 17, 2025 AT 19:17

    इंग्लैंड की जीत को मैं एक कलात्मक प्रस्तुति की तरह देखता हूँ, जहाँ प्रत्येक बॉल एक कैनवास पर ब्रशस्ट्रोक है। दो तेज़ सिमर और तीन स्पिनर का संयोजन एक जटिल सिम्फनी की तरह गूंजता है। पिच की नाजुकता को उन्होंने एक नाज़ुक मूर्तिकला के रूप में ढाला। यह मैच, एक दार्शनिक नाटक की तरह, दोनों टीमों की मानसिकता को उजागर करता है। अंत में, क्रिकेट का यह नाट्य रूप हमें जीवन के कई रंग सिखाता है।

  • Image placeholder

    Abhay patil

    अक्तूबर 18, 2025 AT 14:44

    इतनी तेज़ जीत देखकर उत्साह के जोश में दिल धड़कता है। स्पिनर और सिमर का सही मिश्रण वाकई कमाल है। अगले मैच में हमें इसी ऊर्जा को बरकरार रखना चाहिए। टीम को सलाम, हमें गर्व है। चलिए जीत की लहर को आगे बढ़ाते हैं!

एक टिप्पणी लिखें