इंग्लैंड महिला टीम ने 10 विकेट से दक्षिण अफ्रीका को हराया, वर्ल्ड कप 2025 में तेज़ शुरुआत

जब नैट स्कीवर‑ब्रंट, कप्तान इंग्लैंड महिला क्रिकेट टीम ने टॉस जीतकर पहले फ़ील्ड किया, तो बहुतों को अंदाज़ा नहीं था कि यह रणनीति उन्हें "10 विकेट" की शानदार जीत दिलाएगी। 3 अक्टूबर 2025 को उत्तर‑पूर्व भारत के असम राज्य के गुवाहाटी में स्थित बार्सापारा क्रिकेट स्टेडियम में हुए इस मैच में इंग्लैंड ने दक्षिण अफ्रीका महिला क्रिकेट टीम (प्रोटेज़) को एक ही विकेट नहीं गिराते हुए चेज़ पूरा कर ली। यह मैच आईसीसी वुमेन्स क्रिकिट वर्ल्ड कप 2025विश्वव्यापी के चौथे क्रमांक के मैच के रूप में दर्ज किया गया था, और स्थानीय समय के अनुसार 02:30 बजे शुरू हुआ।
पृष्ठभूमि: इंग्लैंड की महिला टीम की हाल की स्थिति
पिछले दो साल में इंग्लैंड महिला क्रिकेट टीम ने टेस्ट, ODI और T20 में स्थिर प्रदर्शन किया था, लेकिन 2024 के एशिया टूर में कुछ असंगतियां सामने आई थीं। फिर भी टीम ने अपने बैटिंग कोड और फील्डिंग पर बहुत काम किया, जिससे इस बार के विश्व कप में रणनीतिक बदलाव की उम्मीद थी। कप्तान स्कीवर‑ब्रंट ने पहले ही कहा था कि इस टूर्नामेंट में टीम के पास कई ऑल‑राउंडर नहीं हैं, इसलिए "दुर्लभ रूप से" दो सिम (सीमर्स) और तीन स्पिनर के संतुलन पर भरोसा किया गया है। यह योजना, जिसे कई विश्लेषकों ने "सही‑समय पर सही घोड़े की सवारी" कहा, आज की जीत में अपना रंग दिखा रही थी।
मैच विवरण: गेंदबाज़ी से शुरू, फिर बिन्दु‑बिना‑पैडल की धावा
सुरूआती ओवरों में इंग्लैंड की दो तेज़ सिमर - हेलेना टेलेरिक और जेसिका निकोल्स - ने दक्षिण अफ्रीका की ओपनिंग बैट्समैन को लगातार दबाव में रखा। टेलेरिक ने पहले ओवर में 3.wicket ली, जबकि निकोल्स ने लगातार दो विकेटों के साथ दांव को उलट दिया। स्पिनर सिन्गी-ऑडिज़ो ने मध्य ओवर में रफ़्तार घटा दी, जिससे दक्षिण अफ्रीका 45/5 पर रुक गया। अंततः 35 ओवरों में टीम ने केवल 84 रन बनाकर अपनी इनिंग समाप्त कर ली।
जब इंग्लैंड ने पिच पर दोनो के लिए मंच तैयार किया, तो खुली शॉट्स की बजाय सुरक्षित रनों की तलाश में रही। ओपनर बेला बोगाबली ने पहले ओवर में 30 रन बिना कोई wickets खोए बना लिये, और साथ में एना ट्रायन ने समन्वित साझेदारी के साथ लक्ष्य को 5-ओवर में ही पार कर लिया। दोनो ने मिलकर 60+ रन बनाकर टीम को एक तेज़, बिना जोखिम वाले चेज़ की राह पर ले गए। इस चमकते प्रदर्शन को देखकर टिप्पणीकारों ने "इंग्लैंड का बास्केट‑बॉल जैसा खेल" कहा, क्योंकि उन्होंने लगातार 4-6 रनों के शॉट्स की भरमार बनाई।
मुख्य आवाज़ें: कप्तान, कोच और विश्लेषकों की प्रतिक्रिया
मैच के बाद स्कीवर‑ब्रंट ने बताया, "हमें टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करने का मौका मिला, और हमने अपने प्लान को पूरी तरह लागू किया। दो सीमर और तीन स्पिनर ने हमें नियंत्रण दिया, जिससे हम बिना किसी हिचकिचाहट के लक्ष्य तक पहुँच पाए।"
इंग्लैंड के प्रमुख कोच जॉन मैडन ने कहा कि "हमारी बैटिंग लाइन‑अप को कई सालों की मेहनत का फल मिला है। बोगाबली‑ट्रायन की साझेदारी ने दिखा दिया कि हम कबाबस्टिक के साथ चल सकते हैं, बिना जोखिम उठाए।" दक्षिण अफ्रीका की कप्तान डेनिज़ स्मिथ ने निराशा जताते हुए कहा, "हमारी गेंदबाज़ी ने हमें उम्मीद दिलाई, लेकिन बैटिंग में हमने अपना मिडियन नहीं दिखा। योजना तो सही थी, पर एग्ज़िक्यूशन में कमी रही।" आपसी सम्मान के साथ दोनों टीमों ने बताया कि अगला मैच बहुत अहम होगा।
परिणाम एवं भविष्य के लिए महत्व
10‑विकेट जीत के साथ इंग्लैंड ने ग्रुप ए में अपने शुरुआती दो अंक सुरक्षित कर लिए। अब टीम को केवल एक और जीत की जरूरत होगी ताकि वे टॉप दो में निश्चित हो जाएँ और क्वार्टर‑फाइनल में सीधे उतर सकें। दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका को जॉर्जिया में होने वाले अगले मैच में अपनी स्थिति सुधारनी होगी, अन्यथा उन्हें एलीमिनेशन का सामना करना पड़ सकता है।
जुड़ाव का यह मैच एशिया‑पैसिफिक क्षेत्र में महिला क्रिकेट के विकास को भी उजागर करता है। गुवाहाटी का बार्सापारा स्टेडियम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उच्च मानकों का है, और यहां की पिच ने तेज़ बॉल और स्पिन दोनों को संतुलित रूप से खेला। इस कारण यह कहा जा सकता है कि "इंग्लैंड की रणनीति ने इस पिच की विशेषताओं को भली‑भांति समझा"।
आगे क्या है? अगले चरण के प्रमुख मैच और संभावनाएँ
इंग्लैंड का अगला टास्क है ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ मुकाबला, जो अपनी घरेलू पिच में तेज़ बॉल के साथ प्रसिद्ध है। यदि इंग्लैंड अपनी स्पिनर‑डॉमिनेटेड योजना को जारी रखता है, तो यह एक नई चुनौती होगी, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया की टॉप‑ऑर्डर हमेशा तेज़ बॉल के खिलाफ़ अच्छी खेलती है। दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका को वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ़ मैच में अपने बैटिंग को पुनर्गठित करने का मौका मिलेगा। इस दौर में प्रयोगशीलता और लचीलापन ही जीत की कुंजी बनेंगे।
इतिहास के साथ तुलना: 2022 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड की स्थिति
2022 के वर्ल्ड कप में इंग्लैंड ने भी शुरुआती मैच जीतकर टॉप पर जगह बनाई थी, परन्तु मध्य में आए हार ने उन्हें क्वार्टर‑फाइनल के बाहर ले आया। इस बार टीम ने "ऑल‑राउंडर की कमी" को स्पष्ट रूप से स्वीकार किया और दो सीमर‑तीन स्पिनर की विशेषता को अपनाया। यह बदलाव दर्शाता है कि टीम ने पिछले अनुभवों से सीख ली है और अब रणनीतिक प्रयोग में अधिक आत्मविश्वास दिखा रही है।
- मुख्य अंक: इंग्लैंड ने 84 रन बनाकर 10‑विकेट से जीत हासिल की।
- बॉलिंग प्रमुख: हेलेना टेलेरिक (2 विकेट), जेसिका निकोल्स (2 विकेट)।
- बैटिंग साझेदारी: बेला बोगाबली और एना ट्रायन (62 रन)।
- स्थान: बार्सापारा क्रिकेट स्टेडियम, गुवाहाटी, असम, भारत।
- इवेंट: ICC Women’s Cricket World Cup 2025 (Match 4)।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
इंग्लैंड की जीत को किस कारण सबसे ज्यादा महत्व दिया जा रहा है?
यह जीत इंग्लैंड की नई बॉलिंग रणनीति को प्रमाणित करती है – दो तेज़ सिमर और तीन स्पिनर का संतुलन, जिससे उन्होंने पहली ही इनिंग में विरोधी को नीचे दबाया और फिर बिना विकेट खोए लक्ष्य हासिल किया। इस सफलता से टीम को ग्रुप चरण में आत्मविश्वास मिलता है और क्वार्टर‑फाइनल में सीधे जगह मिलने की संभावना बढ़ती है।
दक्षिण अफ्रीका को अब कैसे सुधार करना चाहिए?
कोचेस ने बताया कि बॉलिंग तो ठीक थी, पर बैटिंग में टॉप ऑर्डर को स्थिर पैराने की जरूरत है। अगली मैच में उन्हें सिंगल‑स्ट्राइक पर ध्यान देना होगा, ताकि तेज़ प्रारंभिक रनों की कमी न रहे और कॉन्ट्रॉल्ड चेज़ का मौका मिले।
बार्सापारा स्टेडियम की पिच ने किस प्रकार का खेल संभव किया?
पिच दोनों प्रकार की गेंदबाज़ी – तेज़ सिमर और स्पिन – के लिए संतुलित थी। शुरुआती ओवर में तेज़ बॉल ने गति में कमी लाई, जबकि मध्य में घिसी हुई पिच पर स्पिनरों ने टर्न ली। इसलिए इंग्लैंड की दो‑तीन स्पिनर योजना यहाँ विशेष रूप से फ़ायदेश्वर रही।
आगामी मैच में इंग्लैंड को किस टीम का सामना करना पड़ेगा?
इंग्लैंड का अगला टास्क ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ है, जो अपनी घरेलू पिच में तेज़ बॉल के लिए जाना जाता है। इस कारण इंग्लैंड को अपने स्पिनरों के साथ साथ तेज़ बॉलरों को भी सक्रिय करना पड़ेगा, ताकि वे ऑस्ट्रेलिया की टॉप‑ऑर्डर को चुस्त-चुत कर सकें।
Neha xo
अक्तूबर 4, 2025 AT 00:44क्या चीज़ है, इंग्लैंड ने सौगा‑सौगा बॉलिंग प्लान से दक्षिण अफ्रीका को चकमा दे दिया।
टॉस जीतने के बाद फील्डिंग में पहला कदम उठाना सही था।
दो तेज़ सिमर और तीन स्पिनर की कॉम्बिनेशन ने शुरुआती ओवर में दबाव बना दिया।
हेलेना टेलेरिक की पहली ओवर में मिली.wicket ने टीम का मोमेंटम बदल दिया।
जेसिका निकोल्स ने भी दो लगातार.wicket लिये और विरोधी की रीड बना दी।
मध्य ओवर में स्पिनर सिन्गी‑ऑडिज़ो ने पिच की घिसी हुई सतह को अच्छे से इस्तेमाल किया।
दक्षिण अफ्रीका सिर्फ 84 रन बनाकर अपनी इनिंग खत्म कर गई, जो कि बहुत कम है।
इंग्लैंड की ओपनर बोगाबली ने बिना विकेट खोए 30 रन बनाए, जो कि कोई भी टीम जाने नहीं चाहती।
एना ट्रायन ने तुरंत साझेदारी को बढ़ाया और 60 से ज्यादा रनों की साझेदारी बनाई।
इस हिट‑एंड‑रन एटैक्ट ने मैच को 10 विकेट से जीत में बदल दिया।
यह जीत इंग्लैंड की नई रणनीति को साबित करती है कि दो सिमर और तीन स्पिनर का संतुलन काम करता है।
अब टीम को ग्रुप‑स्टेज में सिर्फ एक और जीत चाहिए टॉप‑टू टॉप पहुँचने के लिए।
कोच जॉन मैडन भी कहते हैं कि इस प्लान ने टीम का आत्मविश्वास बढ़ा दिया है।
दक्षिण अफ्रीका की कप्तान ने कहा कि बॉलिंग तो ठीक थी लेकिन बैटिंग में पैर नहीं पड़ पाया।
अगला मैच ऑस्ट्रेलिया का होगा, जहाँ तेज़ बॉल की बहुत जरूरत होगी।
उम्मीद है कि इंग्लैंड का स्पिनर‑डॉमिनेटेड प्लान ऑस्ट्रेलिया की पिच पर भी काम करेगा।