ईशान किशन का रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन: सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में ऐतिहासिक जीत
नव॰, 30 2024सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2024 के एक रोमांचक मुकाबले में ईशान किशन ने एक ऐसी बाज़ी मारी जिसे क्रिकेट इतिहास में लंबे समय तक याद किया जाएगा। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में झारखंड के लिए खेलते हुए किशन ने मात्र 23 गेंदों में नाबाद 77 रन बनाकर रिकॉर्ड कायम किया। यह प्रदर्शन न केवल टीम के लिए सुनहरा पल था, बल्कि किशन के करियर के लिए भी ऐतिहासिक पल साबित हुआ।
ईशान किशन का अद्वितीय स्ट्राइक रेट
किशन की इस पारी में विशेष बात उनका स्ट्राइक रेट था। 334.78 का स्ट्राइक रेट रखते हुए उन्होंने अनमोलप्रीत सिंह के पहले के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया, जो 334.61 था। यह पारी ऐसी थी कि जिसने दर्शकों को मैदान पर और टीवी के आगे चिपका दिया। उनकी पारी में 5 चौके और 9 छक्के शामिल थे, जिसने जीत को आसान बना दिया।
झारखंड की टीम की उल्लेखनीय जीत
झारखंड की ओर से इस ऐतिहासिक मैच में अरुणाचल प्रदेश का लक्ष्य सिर्फ 93 रन था। झारखंड ने इसे केवल 4.3 ओवरों में हासिल कर लिया। इस दौरान टीम का रन रेट 20.88 था, जो टी-20 क्रिकेट में किसी भी टीम का सर्वाधिक रन रेट है। इससे पहले यह रिकॉर्ड रोमानिया के नाम था, जिन्होंने 2021 में सर्बिया के खिलाफ 20.47 के रेट से रन बनाए थे।
अरुणाचल प्रदेश की संघर्षशील पारी
अरुणाचल प्रदेश ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया, लेकिन उनका प्रदर्शन उम्मीद से कहीं कम रहा। टीम का उच्चतम व्यक्तिगत skor 14 रन का था, जो बताता है कि उनकी पारी धारदार नहीं थी। झारखंड के गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया जिसमें अनुकूल रॉय ने अपने चार विकेटों की बदौलत बड़ी भूमिका निभाई। अनुकूल की इस पारी में नई दिल्ली के युवा गेंदबाज रवि यादव ने भी तीन विकेट झटककर योगदान दिया।
आईपीएल में किशन की चकाचौंध
आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन में ईशान किशन को सनराइजर्स हैदराबाद ने ₹11.25 करोड़ में खरीदा। किशन का टी-20 करियर में अब तक का सफर शानदार रहा है। 189 टी-20 मैचों में वे 4,876 रन बना चुके हैं, जिनमें 3 शतक और 28 अर्धशतक शामिल हैं। आईपीएल में उनके 105 मैचों में 2,644 रन हैं, जिनका स्ट्राइक रेट 136 है।
ईशान किशन का ये रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन और झारखंड की टीम की इस जीत से न केवल उनकी टीम के मनोबल में वृद्धि हुई है, बल्कि आने वाले टूर्नामेंट्स के लिए भी इसने एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी के रूप में उन्हें खड़ा किया है। क्रिकेट के प्रति उनके असीम समर्पण और परिश्रम ने उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाया है, जिसे आने वाले सभी खिलाड़ी एक प्रेरणा के रूप में देखेंगे। यह जीत केवल एक मैच का परिणाम नहीं थी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सबक थी कि कैसे धैर्य, समर्पण और मेहनत के ज़रिए सफलता की राह पर आगे बढ़ा जा सकता है।