नरेंद्र मोदी – भारत की बदलती दिशा

जब नरेंद्र मोदी, हिन्दुस्तान के 14वाँ प्रधानमंत्री, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय नीति में सक्रिय भूमिका निभाते हैं. Also known as श्री मोदीनाथ, उनका कार्यकाल आर्थिक सुधार, डिजिटल परिवर्तन और संस्कृति‑संबंधी अभियानों से परिभाषित है.

इस बदलाव में भारत सरकार, एक संघीय शासन प्रणाली है जो विभिन्न मंत्रालयों के माध्यम से सार्वजनिक नीति लागू करती है का समर्थन महत्वपूर्ण है। सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन को संस्थापक कार्यक्रम के रूप में अपनाया, जिससे स्वच्छता के मानक राष्ट्रीय स्तर पर उठे। इसी सिलसिले में भाजपा, एक राष्ट्रीय स्तर की राजनीतिक पार्टी है जिसके विचारधारा में राष्ट्रीयता और विकास प्रमुख हैं ने नीतियों को गति दी। इन संस्थाओं के बीच समन्वय ने हमें ‘मेक इन इंडिया’ जैसे उद्योग‑उन्मुख पहल तक पहुँचा, जहाँ स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा दिया गया।

मुख्य पहल और उनके प्रभाव

नरेंद्र मोदी की छवि अक्सर दो बड़े दायरे में बँधी होती है: आर्थिक सशक्तिकरण और सामाजिक परिवर्तन। आर्थिक सन्दर्भ में, उन्होंने जेएसएफ (जन धन योजना) और गुड्स एंड सर्विसेज़ टैक्स (जीएसटी) जैसे बड़े सुधार लागू किए, जिससे नियामक जटिलता घटी और निवेश का माहौल सुधरा। साथ ही, डिजिटल इंडिया का आगाज हुआ, जहाँ मोबाइल कनेक्टivity और ई‑सेवाओं ने ग्रामीण क्षेत्रों को भी जोड़ा।

समाजिक रूप से, स्वच्छ भारत मिशन ने शौचालय निर्माण को सस्ती बनाई, जिससे खुले में शौच के मामलों में उल्लेखनीय गिरावट आई। इस पहल ने स्वास्थ्य संकेतकों को ऊँचा किया और महिलाओं की सुरक्षा में सुधार किया। समानांतर रूप से, समर्थन के साथ चलने वाला स्टार्टअप इंडिया ने युवा उद्यमियों को फंडिंग, इन्क्यूबेशन और नियामक छूट दी, जिससे स्टार्टअप इकोसिस्टम के पोर्टफोलियो में विविधता आई।

विदेश नीति में, नरेंद्र मोदी ने कई द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मंचों पर भारत की आवाज़ को तेज़ किया। इज़राइल‑भारत पूर्ण राजनयिक सम्बंध, अफ्रीकी देशों में ‘आधारित-भूखानिधि’ पहल और न्यू डील‑वेज़ का प्रस्ताव यह दर्शाता है कि उनका फोकस केवल देशी ही नहीं, बल्कि वैश्विक भी है। इस रणनीति ने निर्यात को बढ़ाया, पर्यटन को नई चुनौतियों के साथ जोड़ा और भारतीय कंपनियों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाया।

इन सभी कदमों का एक सामान्य सूत्र है: विकास‑पर‑केंद्रित शासन. चाहे वह डिजिटल फाइनेंस हो या जलवायु बदलती नीति, मोदी की टीम ने डेटा‑आधारित निर्णय लेने को प्राथमिकता दी। इस पद्धति से नीति‑निर्माण में पारदर्शिता और समयबद्धता बढ़ी, जिससे नागरिकों को वास्तविक लाभ मिले।

लेकिन हर परिवर्तन के साथ चुनौतियां भी आती हैं। आर्थिक सुधारों ने कभी‑कभी छोटे व्यापारियों को कठिनाई दी, और जलवायु‑परिवर्तन नीति पर बहस जारी है। इन मुद्दों को संतुलित करने के लिए निरंतर फीडबैक मैकेनिज्म और सार्वजनिक संवाद का प्रयोग किया जा रहा है, जिससे सरकार की जवाबदेही बनी रहे।

जैसे ही हम इन विविध पहलुओं को समझते हैं, यह साफ़ दिखता है कि नरेंद्र मोदी और उनके सहयोगी संस्थाएँ – भारत सरकार, भाजपा, स्वच्छ भारत, मेक इन इंडिया – आपस में जड़ित हैं और एक दूसरे को सुदृढ़ करती हैं। यह टेग पेज इन सभी विषयों को एक साथ लाता है, ताकि आप प्रत्येक लेख में गहरी जानकारी पा सकें। आगे के लेखों में आप देखेंगे कि कैसे ये नीतियां रोज़मर्रा की जिंदगी, व्यापारिक निर्णय और वैश्विक परिदृश्य को प्रभावित करती हैं।

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6 अक्तूबर 2025 2 टिप्पणि Kaushal Badgujar

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27 सितंबर 2025 0 टिप्पणि Kaushal Badgujar

नरेंद्र मोदी ने मनमोहन सिंह को 93वें जन्मदिन पर किया यादगार सलाम

26 सितंबर 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को उनके 93वें जन्म दिवस पर श्रद्धांजलि दी। मोदी ने उनके सार्वजनिक जीवन के योगदान को याद किया। 1932 में जन्मे और 2024 में निधन हुए सिंह, भारतीय अर्थव्यवस्था एवं राजनीति में एक महत्वपूर्ण हस्ती थे। यह स्मरण सत्र उनके कार्यों का पुनः मूल्यांकन करने का अवसर बनता है।